Hafiz Saeed’s Relative Shot Dead : पाकिस्तान में आतंकी हाफिज सईद के रिश्तेदार एक आतंकी की अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी
उसका नाम अब्दुल रहमान था और वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए पैसा इकट्ठा करने का काम कर रहा था।
उसका नाम अब्दुल रहमान था और वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए पैसा इकट्ठा करने का काम कर रहा था।
अबू कताल को झेलम में गोली मार दी गई, उस समय हाफ़िज़ सईद भी उसके साथ था। गोलीबारी में वह भी घायल हो गया और बताया जा रहा है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पाकिस्तान में खैबर पख्तूनवा प्रांत के स्वाबी जिले में एक अज्ञात दो चाकी सवार ने मौलाना काशिफ अली की गोली मारकर हत्या कर दी ।
पाकिस्तानी आतंकवादी , जो अब तक संभव नहीं कर पाए और आगे भी नहीं कर पाएंगे, उनके लिए हमास को साथ लेने का प्रयास भी असफल होगा। भारत को ‘हमास ‘ को चेतावनी देने के लिए पाक-अधिकृत कश्मीर में कार्रवाई करना आवश्यक है।
क्या भारत, जो फिलीस्तीन का समर्थन करता है, को इसे हमास का उपहार मानना चाहिए ? भारत को अब हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करके फिलिस्तीन के प्रति अपने समर्थन पर पुनर्विचार करना चाहिए !
पूरे विश्व में ‘हलाल अर्थव्यवस्था’ संपूर्ण रूप से इस्लामी धार्मिक संस्थाओं द्वारा संचालित की जा रही है । इस व्यवस्था पर किसी भी देश की सरकार का किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं है । ‘इस व्यवस्था में प्राप्त धन का उपयोग किसलिए किया जाता है ?’, यह भी संदेह के घेरे में है । हाल ही में वैश्विक स्तर पर ‘हलाल अर्थव्यवस्था’ और ‘जिहादी आतंकवाद’ का भी संबंध जोडा जा रहा है ।
राष्ट्रपति का अभिनंदनीय ! ऐसे लोगों को किसी प्रकार की दया दिखाने की आवश्यकता नहीं है !
बंगाल के समान पंजाब में भी राष्ट्रपति शासन क्यों लागू करना चाहिए, यही इन मामलों से ध्यान में आता है ।
अफगानिस्तान में सर्वसमावेशी सरकार की स्थापना, साथ ही महिला, बच्चे एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने में भारत का सदैव समर्थन है ।
हाफिज सईद १३ फरवरी, २०२० से कारागृह में है । कुल ७ आतंकवादी कार्यवाहियों के प्रकरण में वह कारागृह में सजा भोग रहा है, ऐसी जानकारी संयुक्त राष्ट्र ने दी है ।