हिन्दू लडकियों को प्रेमजाल में फंसाकर और उनका धर्मांतरण कर उनसे मुसलमान बच्चों को जन्म देने का जिहादियों का अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है ‘लव जिहाद’ ! लव जिहाद का उद्देश्य हिन्दू वंशवृद्धि का स्रोत नष्ट करना, इस्लामी वंशवृद्धि करना, हिन्दू महिलाओं का तस्करी और आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए उपयोग कर भारत का इस्लामीकरण करना है ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
काला इतिहास !
विगत १ सहस्र ३०० वर्षाें से धार्मिक उद्देश्य से प्रेरित मुसलमानों ने हिन्दू लडकियों के साथ बलपूर्वक अथवा उन्हें प्रेमजाल में फंसाकर निकाह किए । उसके उपरांत उनका बलपूर्वक धर्मांतरण कर उन्हें ‘बेगम’ (पत्नी) बनाया अथवा उन्हें जनानखाने में डाल दिया । १ लाख हिन्दू युवतियों का अपहरण कर उन्हें बेचनेवाला मोहम्मद बिन कासिम (वर्ष ७१२), ६ लाख ७० सहस्र हिन्दू स्त्रियों का अपहरण कर उनकी नीलामी करनेवाले गजनी का मोहम्मद, रानी पद्मावती सहित ८ सहस्र स्त्रियों को जोहार करने के लिए बाध्य करनेवाले अल्लाउद्दीन खिलजी, बारातों से नवविवाहित लडकियों का अपहरण करनेवाला हुमायुं, साथ ही अकबर, अल्लाउद्दीन शाह, टीपू सुल्तान आदि सभी इस्लामी आक्रांताओं ने हिन्दू स्त्रियों का अपहरण कर, उनके साथ बलात्कार करना, उन्हें जनानखाने में डाल देना और उन्हें बेचना आदि दुष्कृत्य किए । सभी म्लेंच्छ राजाओं ने हिन्दू स्त्रियों को सदैव वासनांध दृष्टि से ही देखा और उन्हें भोग्य वस्तु ही समझी !
(संदर्भ – सनातन का ग्रंथ ‘लव जिहाद’)
अन्य उद्देश्य
१. मुसलमानों में अपने संबंधियों में ही निकाह किए जाने के कारण उनमें आनुवंशिक बीमारियां बडी मात्रा में फैल रही हैं और उसके कारण भी ‘लव जिहाद’ बढ रहा है ।
२. हिन्दू संस्कारों की ‘जीन बैंक’ नष्ट करना : हिन्दू धर्म की संस्कारशील परंपरा का वहन हमारी वंशवृद्धि के माध्यम से चल रही है । एक हिन्दू बहन का मुसलमान के साथ निकाह करने का अर्थ है उसमें विद्यमान हिन्दू वंश उत्पन्न करने की क्षमता का नाश होकर उसके द्वारा इस्लामी वंश आरंभ करना है ।
३. ‘लष्कर-ए-तैयबा’ के इंग्लैंड स्थित नेता डॉ. के.बी. फरूख ने ‘लव जिहाद’ की रूपरेखा तैयार की । उनके कहने के अनुसार ‘यह तलवार और हिंसा के बिना’ किया जानेवाला नया जिहाद (‘जिहाद विदाउट स्वोर्ड एंड ब्लड’) है । यह करने का कारण यह है कि विगत सहस्रों वर्षाें से सभी प्रयास कर भी हिन्दुस्थान का इस्लामीकरण नहीं हो सका; इसलिए यह एक नया प्रयास है । भारतीय संस्कृति की शक्ति और परिवारव्यवस्था की केंद्रबिंदु स्त्री को लक्ष्य बनाकर बिगाडने पर संपूर्ण परिवार ही मिट जाता है ।