ओडिशा रेलवे अपघात के प्रकरण में रेलवे का कनिष्ठ अभियंता आमीर खान फरार !

अपघात के उपरांत सीबीआइ ने आमीर खान से पूछताछ की थी । तब से वह अपने परिवार के साथ लापता है । इस अपघात में ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम’में छेडछाड होने की संभावना बताई जा रही थी ।

धर्मनिरपेक्ष सरकार के द्वारा केरल में हिन्दू धर्म एवं संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास ! – राकेश नेल्लिथया, केरल

केरल की स्थिति अत्यंत भयावह है । वहां मुसलमानों की जनसंख्या ३० प्रतिशततक पहुंच गई है, जिससे वहां कश्मीर की भांति स्थिति बनती जा रही है ।

कर्नाटक में अभी भी गोहत्या बंदी कानून होने से विशेष पशु की बलि न दें !

कानून होते हुए भी धर्मांध गोहत्या करते रहते हैं | कर्नाटक में कांग्रेस सरकार आने से इस कानून का कितना पालन होगा, इस ओर गोरक्षकों को ध्यान देना आवश्यक है !

हिंसा रोको, अन्यथा परिणामों का सामना करो !

मुख्य मंत्री बिरेन सिंह ने आगे कहा, ‘मैं सशस्त्र मैतेई लाोगों को आवाहन करता हूं कि वे किसी पर भी आक्रमण न करें तथा शांति बनाए रखें, तभी राज्य की स्थिति पूर्ववत हो सकती है ।

उत्तर-पूर्व भारत में हिन्दू धर्मरक्षा के लिए प्रयास होने आवश्यक ! – अधिवक्ता राजीव नाथ, जिलाध्यक्ष, हिन्दू जागरण मंच, कछार, असम

अधिवक्ता राजीव नाथ ने आगे कहा, ‘‘असम में ब्रिटिशों के काल से ईसाई पंथियों की संख्या अधिक है । जहां-जहां उनकी संख्या बढी, वहां देश विभाजित हुआ है । असम में मुसलमानों की जनसंख्या भी ३६ प्रतिशत से अधिक है, साथ ही वहां के ९ जिले मुसलमानबहुल बन गए हैं ।

हिन्दुओं को धर्मांतरित हिन्दुओं को स्वधर्म में लाने का बहुत बडा कार्य करना होगा ! – राहुल दीवान, अध्यक्ष, सरयू ट्रस्ट, नई दिल्ली

‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ने भारत को वर्ष २०४७ तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की घोषणा की है । लव जिहाद, लैंड जिहाद के साथ ही अब ‘ब्लैक मैजिक जिहाद’ भी किया जा रहा है । ‘हलाल’की अर्थव्यवस्था भारत की अर्थव्यवस्था समान ही हो गई है ।

कठुआ बलात्कार प्रकरण के पीछे हिन्दुओं का धर्मांतरण करने का षड्यंत्र ! – प्रा. मधु किश्वर, संपादक, ‘मानुषी’, देहली

इस घटना की अनेक सूक्ष्मताओं का अध्ययन कर प्रा. किश्वर ने ‘द गर्ल फ्रॉम कठुआ : अ सैक्रिफीशियल विक्टीम गजवा ए हिन्द‘ (कठुआ की लडकी : ‘गजवा ए हिन्द की बलि चढी लडकी) पुस्तक लिखकर उस माध्यम से कठुआ बलात्कार प्रकरण की भीषण वास्तविकता विश्व के सामने रखी ।

धर्मनिरपेक्षता के चाहे कितने भी ढोल पीटे जाएं; परंतु भारत की आत्मा, जो सनातन धर्म वह कभी भी परिवर्तित नहीं होगी ! – अधिवक्ता (डॉ.) एस्.सी. उपाध्याय, सर्वोच्च न्यायालय

संविधान की मूल प्रति के पृष्ठों पर कहीं पर भी मोहम्मद पैगंबर एवं यीशू के चित्र नहीं थे; अपितु केवल श्रीराम, श्रीकृष्ण एवं बुद्ध के चित्र थे ।

सरकार ने ‘अल्पसंख्यक’ संज्ञा को परिभाषित किया, तो सभी समस्याएं समाप्त होंगी ! – मेजर सरस त्रिपाठी, लेखक तथा प्रकाशक, प्रज्ञा मठ पब्लिकेशन

सरकार ने ‘अल्पसंख्यक’ इस संज्ञा को परिभाषित किया, तो उससे ये सभी समस्याएं नष्ट होंगी । यह संविधान समाज का विभाजन करनेवाला है; इसलिए हिन्दू धर्म को टिकाए रखने के लिए हिन्दू राष्ट्र आवश्यक है ।’’

(इनकी सुनिए….) ‘जो इससे पूर्व किसी भी सरकार ने नहीं दिया, ऐसा घाव वर्तमान सरकार ने मुसलमानों को दिया है !’

प्रत्येक नागरिक को न्याय अधिकार देनेवाला ‘समान नागरिक कानून’ न होने के कारण पिछले ७५ वर्षों में हिन्दुओं पर जो अत्याचार हुए, उस विषय में मदनी क्यों नहीं बोलते ?