राष्ट्र को ध्वस्त करने के लिए प्रयासरत शक्तियों के विरोध में ध्यान केंद्रित करें ! – विनोद कुमार, संपादक, ‘स्ट्रिंग रिविल्स’, कर्नाटक

राष्ट्रविरोधी शक्तियां देश की नीतियों के विरोध में सडकों पर उतरकर दंगे कराते हैं । हिन्दुओं को अपनी आवाज बुलंद करने का प्रयास करना चाहिए तथा उसके लिए सामाजिक प्रसारमाध्यमों का प्रभावी उपयोग करना चाहिए ।

हिन्दू राष्‍ट्र बनाने के लिए बडा जन आंदोलन खडा करना आवश्‍यक ! – प्रवीण चतुर्वेदी, संस्‍थापक तथा मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, ‘प्राच्‍यम’

आज समूचा विश्व हिन्दू धर्म और संस्‍कृति को नष्‍ट करने का प्रयत्न कर रहा है । इसलिए, हमें संगठित होकर इसका सामना करना पडेगा । हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए धार्मिकता और आध्‍यात्मिकता से युक्त एक बडा  जनांदोलन खडा करना आवश्‍यक है ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का चतुर्थ दिन (२७ जून) : हिन्दू राष्‍ट्र हेतु वैचारिक आंदोलन

‘हिन्दू राष्‍ट्र के कथानकों के विरुद्ध संघर्ष करने हेतु बौद्धिक योगदान दें !’

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव तृतीय दिन (२६ जून) : भारतीय शिक्षणपद्धति

‘कर्ता भगवान है !’, श्रीकृष्ण का यह वचन ध्यान में रखकर धर्मकार्य करें ! – रस आचार्य डॉ. धर्मयश, संस्थापक, धर्म स्थापनम् फाउंडेशन, इंडोनेशिया

लोकसभा में ‘फिलीस्तीन’ की विजय का नारा देनेवाले असदुद्दीन ओवैसी की संसद सदस्यता रद्द करें !

भारतीय संविधान के अनुच्‍छेद १०२ ‘ड’के अनुसार संसद के किसी भी सदस्य का अन्य किसी भी देश को समर्थन देना गैरकानूनी है । ऐसा करने पर सांसद की सदस्यता रद्द होती है ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव में ‘अलविदा लाल सलाम’ पुस्‍तक का विमोचन !

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव के तीसरे दिन झारखंड रांची की ‘रांची सिटिजन फोरम’ की उपाध्‍यक्षा डॉ. रेणुका तिवारी लिखित पुस्तक, ‘अलविदा लाल सलाम’ का विमोचन किया गया ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव तृतीय दिन (२६ जून) : देश की सुरक्षा एवं धर्मरक्षा

तीर्थस्थलों पर स्थित प्रसाद के दुकानों को ‘ॐ प्रतिष्ठान’ की ओर से ‘ॐ प्रमाणपत्र’ दिया जानेवाला है । ॐ प्रमाणपत्र के माध्यम से हिन्दू हलाल प्रमाणपत्र को झटका दें ।

काशी विश्वेश्वर मंदिर की मुक्ति के लिए वैधानिक लड़ाई लड़नेवाले धर्मप्रेमियों का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में अभिनंदन !

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) यहां के काशी विश्वेश्वर मंदिर को मुक्त कराने के लिए वैधानिक लडाई लडनेवाले धर्मप्रेमियों का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान किया गया ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का तीसरा दिन (२६ जून) उद्बोधन सत्र : भारतविरोधी शक्ति

संत समाज को विशेषरूप से आदिवासी क्षेत्रों में जाना चाहिए । आदिवासी धार्मिक होते हैं । वे श्रद्धालु होते हैं । साधु- संतों का आदर-सत्कार करते हैं । अब तक केवल मुसलमान और ईसाई समाज इनकी ओर वोटबैंक के रूप में देख रहा था ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का तीसरा दिन (२६ जून) : हिन्दू इकोसिस्‍टम

भारत पर अधिराज्य करने के लिए ‘गजवा-ए-हिंद’ कार्यरत ! – मोनिका रेड्डी, संस्‍थापक अध्यक्षा, अहम् टॉक्‍स, भाग्यनगर, तेलंगाना