वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव – द्वितीय दिन (२५ जून) : अनुभवकथन तथा उपासना का महत्त्व

धर्मनिष्ठ व्यक्ति कभी धर्म की हानि नहीं कर सकता तथा वह धर्म हानि खुली आंखों से देख भी नहीं सकता एवं उसे रोकने का प्रयत्न करता है ।उसे यह भान होता है कि धर्म कार्य करते समय उसके पास ईश्वरीय शक्ति है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का दूसरा दिन (२५ जून) : राष्‍ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु किए गए प्रयास

हिन्दू अपनी लडकियों को उनके बचपन में ही भगवद्गीता क्यों नहीं सिखाते ? भगवद्गीता में ‘विधर्म से स्‍वधर्म श्रेष्‍ठ है’, इसकी सीख दी गई है । यदि यह शिक्षा मिली, तो हिन्दू युवतियां लव जिहाद का शिकार नहीं बनेगी ।

नेपाल में समाजिक संस्था और राजनेता विदेशी लोगों के गुलाम ! – श्री. शंकर खराल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विश्‍व हिन्दू महासंघ, नेपाल

नेपाल बहुसंख्यक सनातनी हिन्दुओं का देश है । यहां का राष्ट्रध्वज और दिनदर्शिका, दोनों सनातनी हैं ।

सभी दुर्दशाओं का एक मात्र समाधान साधना ही है । – स्वामी निर्गुणानंद पुरी, कोषाध्यक्ष और शाखा सचिव, इंटरनेशनल वेदांत सोसाइटी, बंगाल

कम्युनिस्टों के शासन में बंगाल में राजनीतिक स्थिति चिंताजनक हो गई। कम्युनिस्ट सरकार ने हमारी परंपरा एवं संस्कृति को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।

हिन्दुओं के साधना और क्षात्रतेज त्याग देने से लव जिहाद जैसी घटनाओं में वृद्धि ! – यति मां चेतनानंद सरस्वतीजी, महंत, डासना पीठ, गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश

स्वतंत्रताप्राप्ति के पश्चात भारत की कुछ हिन्दू स्त्रियां स्वेच्छा से अधर्मियों के साथ जा रही हैं । फिल्म जगत को इस्लामी देशों से हो रही आर्थिक आपूर्ति के परिणामस्वरूप ‘लव जिहाद’ का बीजारोपण किया जा रहा है ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन – द्वितीय दिवस (२५ जून) : राष्ट्ररक्षा एवं हिन्दू राष्ट्र के लिए हिन्दूसंगठन

प्राचीन काल में भारत के ऋषि-मुनि नेपाल में तपस्या करने के लिए आते थे । इसलिए नेपाल भी एक तपोभूमि है । इस तपोभूमि पर निश्चितरूप से हिन्दू राष्ट्र आएगा ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन – द्वितीय दिवस (२५ जून) उद़्‍बोधन सत्र – विविध राज्यों में हिन्दुओं की दुर्दशा

आक्रामकों ने कश्मीर को हिन्दुओं से छीन लिया है । वामन भगवान विष्णु ने पहले चरण में बलीराजा से भूमि ले ली । उसीप्रकार हिन्दू राष्ट्र के लिए पहला कदम कश्मीर में रखना चाहिए । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना कश्मीर से हो । पंद्रहवीं शताब्दी से कश्मीर से कश्मीरी हिन्दुओं का विस्थापन शुरू है ।

हिन्दुओं को स्वरक्षा प्रशिक्षण लेने के साथ ही उपासना भी करनी चाहिए ! – स्वामी साधनानंद महाराज, मुख्य संयोजक, भारत सेवाश्रम संघ (पूर्वोत्तर क्षेत्र)

हिन्दू धर्म और संस्कृति की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है । हिन्दू धर्म, यह दुर्बलों का नहीं है । हिन्दुओं को प्रभु श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण समान अन्याय के विरोध में लडना चाहिए ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव विशेष : हिन्दू राष्ट्र हेतु हिन्दू संगठन !

वर्तमान समय में हिन्दुओं का जागृत होने का समय आया है । हिन्दुओं को किसी भी हिन्दुओं के कार्यक्रम तथा संगठन में सम्मिलित होकर एकत्रित होना चाहिए ।

सनातन धर्मीय संगठित होने पर धर्म बलवान हो सकता है ! – जगद्गुरु श्री श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामीजी महाराज, दक्षिणाम्नाय शृंगेरी श्री शारदा पीठाधीश्वर

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव को जगद्गुरु श्री श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामीजी महाराज ने आशीर्वाद दिए ।