विद्यालयों में भगवद्गीता न सिखाई न जाए, इसलिए ‘जमियत-उलेमा-ए-हिन्द’ द्वारा गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका !

गढवा (झारखंड) के एक विद्यालय में ७५ प्रतिशत मुसलमान विद्यार्थी हैं । इसलिए पाठशाला में इस्लामी नियम लागू करने के लिए मुसलमानों ने प्रधानाध्यापक पर दबाव डाला, तथा विद्यार्थियों को हाथ जोडकर प्रार्थना करने से रोका । क्या ‘जमियत-उलेमा-ए-हिन्द’ ने कभी इसके विरुद्ध याचिका प्रविष्ट की है ?

आदि शंकराचार्य के पुतले के निर्माण कार्य को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने दी स्थगिती

मध्यप्रदेश में खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में ५४ फिट उंचा व्यासपीठ पर निर्माण किए जानेवाले आदि शंकराचार्य के १०८ फिट उंचा पुतले के निर्माण कार्य को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने स्थगिती दी ।

आगरा के जामा मस्जिद का उत्खनन किया जाए ! – प्रयागराज उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट !

वास्तविक हिन्दुओं को ऐसी याचिकाएं क्यों प्रविष्ट करनी पडती हैं ? केंद्र सरकार ही भारत की सर्व विवादित मस्जिदों का सर्वेक्षण कर सत्य उजागर करने के लिए कदम उठाए !

भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग पर टिप्पणी करने से मुझे स्थानांतरण करने की धमकी !

कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ती का सुनवाई के समय आरोप

बिजनौर (उत्तरप्रदेश) में हुए बम विस्फोट प्रकरण में ५ जिहादी आतंकवादियों को ७ वर्षों का कारावास

ऐसे आतंकवादियों को फांसी का दंड होना चाहिए, जनता को यही अपेक्षित है !

तिरुपुर (तमिलनाडू) में अवैध मस्जिद को ताला लगाने के न्यायालय के आदेश का मुसलमानों ने ‘मार्ग बंद’ आंदोलन कर किया विरोध !

न्यायालय के आदेश का अपमान करने वालों के विरुद्ध देश का एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी राजनीतिक पक्ष तथा संगठन मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में ले !

दंगाइओं से नहीं वसूला जा सकता मुआवजा ! – पटना उच्च न्यायालय

दंगाइओं की ओर से देशभर में ‘अग्निपथ’ योजना का विरोध करते हुए तोडफोड, पथराव, रेल्वे गाडियों का जलाना आदि माध्यम से अरबों रुपयों की सरकारी एवं सामाजिक संपत्ति की हानि ! पटना (बिहार) – दंगाइओं से मुआवजा वसूल नहीं किया जा सकता, ऐसा निर्णय पटना उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान … Read more

नाबालिग लडकी को ‘आई लव यू’ कहने पर आरोपी को १ वर्ष का दंड !

वर्ष २०१५ की घटना का वर्ष २०२२ में निर्णय !
विलंब से मिलने वाला न्याय अन्याय ही है; जनता को ऐसा ही लगेगा !

बंदी बनाते समय पुलिस आरोपी को हथकड़ी नहीं लगा सकती ! – कर्नाटक उच्च न्यायालय

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है कि पुलिस किसी भी आरोपी को बंदी बनाते समय उसे हथकडी नहीं लगा सकती।