तिरुपुर (तमिलनाडू) में अवैध मस्जिद को ताला लगाने के न्यायालय के आदेश का मुसलमानों ने ‘मार्ग बंद’ आंदोलन कर किया विरोध !

तिरुपुर (तमिलनाडू) – में एक अवैध मस्जिद को ताला लगाने का प्रयास करने के उपरांत मुसलमानों ने यहां ‘मार्ग बंद’ आंदोलन कर किया इसका विरोध । उन्होंने मार्ग में नमाज पढकर मार्ग अवरुद्ध किया । इससे बडी मात्रा में यातायात बाधित रहा । राजस्व विभाग द्वारा यहां के महालक्ष्मी नगर में स्थित अवैध मस्जिद को बंद करने का प्रयास करने पर यह घटना हुई । पिछले १० वर्षों से यहां पर यह मस्जिद है । वर्ष २०१६ में मद्रास उच्च न्यायालय ने राजस्व विभाग को यह मस्जिद बंद करने का आदेश दिया था; किंतु विभाग ऐसा करने में असफल रहा था । इसके उपरांत न्यायालय ने ३० जून २०२२ तक मस्जिद बंद करने की समय सीमा तय की थी ।

राजस्व विभाग के अधिकारियों के मस्जिद बंद करने जाने पर ३०० से अधिक मुसलमानों ने तिरुपुर नगरपालिका के कार्यालय के बाहर मार्ग बंद आंदोलन आरंभ किया । साथ ही उन्होंने न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की । इस पर न्यायालय ने ४ जुलाई तक मार्ग निकालने का आदेश दिया ।

मुसलमानों के आंदोलन के समय मूकदर्शक बनी पुलिस के विरुद्ध हिन्दुत्वनिष्ठों का भी ‘मार्ग बंद’ आंदोलन !

मुसलमानों के आंदोलन के समय पुलिस के मूकदर्शक बने रहने के विरुद्ध हिन्दू मुन्नानी (हिन्दू मोर्चा) संगठन ने भी ‘मार्ग बंद’ आंदोलन किया । (कानून विरोधी मुसलमानों द्वारा कानून हाथ में लेकर किए आंदोलन के समय उन पर कोई कार्यवाही न करने वाली पुलिस को हिन्दू कर देकर उनका पालन-पोषण क्यों करे ? – संपादक) सत्ताधारी द्रविड मुनेत्र कडगम (द्रविड प्रगति संघ) पक्ष के स्थानीय विधायक द्वारा मुसलमानों को समर्थन करने का आरोप लगाते हुए हिन्दू मुन्नानी ने मुख्यमंत्री स्टॅलिन को पत्र लिखा है ।

संपादकीय भूमिका

न्यायालय के आदेश का अपमान करने वालों के विरुद्ध देश का एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी राजनीतिक पक्ष तथा संगठन मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में ले !