मंदिरों के उत्सवों में भक्ति के स्थान पर शक्ति का प्रदर्शन करनेवाले मंदिर बंद करने चाहिए ! – मद्रास उच्च न्यायालय
हिन्दुओं की श्रद्धा है कि उनके मंदिर बंद करने के विषय का निर्णय हिन्दुओं के धर्मगुरु को है !
हिन्दुओं की श्रद्धा है कि उनके मंदिर बंद करने के विषय का निर्णय हिन्दुओं के धर्मगुरु को है !
जोडीदार के विवाह करने से मना करने पर सहमति से रखे गए शारीरिक संबंधों को बलात्कार नहीं कह सकते, यह सर्वोच्च न्यायालय ने इससे पहले ही स्पष्ट किया है ।
मानहानि के प्रकरण में २२ वर्ष पश्चात न्याय मिलने का अर्थ ‘इतने वर्ष व्यक्ति की मानहानि होते रहना’ ही है, ऐसा किसी को लगे तो उसमें गलत क्या है ?
यहां के ज्ञानवापी के प्रकरण में जिला न्यायालय ने पुरातत्व विभाग को वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने की अनुमति दी है । आगामी ४ अगस्त तक वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर उसका ब्योरा प्रस्तुत करने का आदेश भी न्यायालय ने दिया है ।
जॉनसन एंड जॉनसन पावडर के कारण कर्करोग होने का पता चला !
न्यायमूर्ति जैसे उच्चपदस्थ व्यक्ति को इतनी असुविधा होती है, तो सामान्य लोगों की स्थिति होगी ? इसका विचार न करें, तो ही अच्छा है !
देशभक्त भारतीयों को लगता है कि ऐसे देशद्रोहियों को आजन्म पोसने की अपेक्षा उनको फांसी का दंड ही देना चाहिए । उससे अन्यों में भी भय निर्माण होगा !
४ वर्ष पूर्व आपत्तिजनक विधान किए जाने का प्रकरण
भूमि के व्यवहार पर कृपाल सिंह जघीना ने स्थगन आदेश (स्टे आर्डर) पारित करवाया था । इस कारण क्रोधवश कुलदीप जघीना एवं उसके साथीदारों को कृपाल सिंह ने गोलियों से हत्या कर दी थी ।
श्रीकृष्णजन्मभूमि को शाही मस्जिद के स्थान पर पुनर्स्थापित करने की मांग की गई है