महिला न्‍यायाधीश को पी.एफ.आइ. के जिहादियों द्वारा धमकियां ! (PFI Threats Woman Judge)

हिन्‍दुत्‍वनिष्ठ की हत्‍या के प्रकरण में पी.एफ.आइ. के जिहादियों को फांसी का दंड देने का प्रकरण

केरल भाजपा के नेता रंजीत श्रीनिवास और उनकी हत्या प्रकरण मे आरोपी

तिरूवनंतपुरम – केरल भाजपा के नेता रंजीत श्रीनिवास की १९ दिसंबर २०२१ को उनके अलाप्‍पुजा के घर में निर्मम हत्‍या की गई थी । इस हत्‍या के प्रकरण में १५ आरोपियों को दोषी प्रमाणित कर फांसी का दंड दिया गया था । वे प्रतिबंधित जिहादी आतंकवादी संगठन पाप्‍युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के (पी.एफ.आइ. के) सदस्‍य थे । इस  प्रकरण में दंड सुनानेवाली न्‍यायाधीश वी.जी. श्रीदेवी जिहादियों के निशाने पर हैं । उन्‍हें सामाजिक माध्‍यमों से धमकियां दी जा रही हैं । इस पृष्ठभूमि पर उनकी सुरक्षा बढाई गई है । साथ ही २ लोगों को नियंत्रण में लिया गया है ।

१. पी.एफ.आइ. से संबंधित धर्मांधों ने सामाजिक माध्‍यमों पर न्‍यायाधीश श्रीदेवी के विरुद्ध अभियान चलाया है । उनके छायाचित्र सामाजिक माध्‍यमों पर प्रसारित किए गए हैं । न्‍यायाधीश श्रीदेवी केरल के अलाप्‍पुजा के मावेलिक्‍कारा न्‍यायालय में न्‍यायाधीश हैं ।

२. केरल पुलिस ने न्‍यायाधीश श्रीदेवी को धमकाने के प्रकरण में न्‍यूनतम ६ अपराध प्रविष्ट किए हैं । बी.वी. केयू, अस्‍लम वलप्‍पुचा, नजीर मोन खलील, आजाद अमीर, रफी तिरूवनंतपुरम एवं शफीक अपराधी जिहादियों के नाम हैं ।

३. इस प्रकरण में पुलिस ने २ लोगों को तिरूवनंतपुरम एवं अल्लापुजा से बंदी बनाया है ।

(सौजन्य : India Today) 

संपादकीय भूमिका 

  • पी.एफ.आइ. पर प्रतिबंध है । तो भी उसके समर्थक एवं जिहादी कृत्‍य करनेवाले अभी तक कार्यरत हैं, यही इस घटना से दिखाई देता है । इस संगठन को समूल नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को कदम उठाना आवश्‍यक !
  • केरल में धर्मांधों की चापलूसी करनेवाली साम्‍यवादी सरकार सत्तारूढ है । इसलिए धर्मांध न्‍यायाधीश को धमकी देने का दुःसाहस करते हैं !