छात्र-साधकों, गर्मियों की छुट्टियों में चैतन्यदायक आश्रम जीवन का अनुभव करें तथा अंतर्मन में साधना का बीज बोकर हिन्दू राष्ट्र के लिए पात्र बनें !

जिलासेवक छात्र-साधकों का चयन करते समय वे आश्रमजीवन का, साथ ही सेवा से संबंधित प्रशिक्षण का लाभ उठाकर आगे जाकर सेवा के लिए समय दे सकें, ऐसे छात्र-साधकों का ही नियोजन करें ।

पिछले एक वर्ष में सनातन की विभिन्न भाषाओं में ३४ नए ग्रंथों का प्रकाशन तथा २५४ ग्रंथ-लघुग्रंथों का पुनर्मुद्रण !

‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए घोर आपातकाल आरंभ होने से पूर्व ही ‘ग्रंथों के माध्यम से अधिकाधिक धर्मप्रसार करना’ आज के समय की श्रेष्ठ साधना है !’, ये सच्चिदानंद परब्रह्म डॉक्टरजी के उद्गार हैं ।

सनातन संस्था को ‘आतंकवादी’ अथवा ‘प्रतिबंधित संगठन’ के रूप में घोषित नहीं किया गया है !

नालासोपारा के कथित हथियार संग्रह प्रकरण में २४ मार्च को मुंबई उच्च न्यायालय ने कथित आरोपी श्री. लीलाधर लोधी एवं श्री. प्रताप हाजरा को प्रतिभू पर मुक्त किया ।

देहली में आयोजित ‘विश्व पुस्तक मेले’ में सनातन संस्था की ग्रंथ-प्रदर्शनी

देहली के प्रगति मैदान में २५ फरवरी से ५ मार्च की अवधि में ‘विश्व पुस्तक मेले’ का आयोजन किया गया । इस मेले में सनातन संस्था द्वारा ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई ।

‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु वैधानिक रूप से लडाई करेंगे ! – अधिवक्ता अमृतेश एन.पी.

विरोध के उपरांत भी मंगलुरू में ‘हिन्दू राष्ट्र’ जागृति सभा सफलतापूर्वक संपन्न  !

भारत, हिन्दू समाज एवं प्रधानमंत्री के विषय में विद्वेष फैलानेवाले ‘बीबीसी’ पर कठोर कार्यवाही करें !

‘बीबीसी न्यूज’ ने अपने एक लघु चलचित्र में वर्ष २००२ में गुजरात में हुआ दंगा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विषय में झूठी जानकारी प्रसारित की है ।

फरीदाबाद में वानप्रस्थ वृद्धजन सेवा सदन में सनातन संस्था द्वारा फल वितरण

यहां के वानप्रस्थ वृद्धजन सेवा सदन में सनातन संस्था द्वारा फल वितरण किया गया । आश्रम के संचालक श्री. अनिल सरीन ने संस्था के कार्य की सराहना की तथा उनके आश्रम में इस प्रकार के उपक्रम आयोजित करने की विनती की ।

सनातन संस्था के आश्रमों में मिलनेवाले साधनारूपी संस्कारों के बल पर आदर्श दृष्टि से विकसित हो रहे युवा साधक एवं साधिकाएं !

‘भारतीय संस्कृति संस्कारों पर आधारित है; परंतु आज के कलियुग में नैतिक मूल्यों का पतन होने से संस्कार-मूल्य भी समाप्त हो चुके हैं । इसका परिणाम युवा पीढी पर दिखाई देता है । उसके कारण ‘उनका भविष्य संकट में है’, ऐसा कहना अनुचित नहीं है ।

हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में सनातन संस्था का बडा योगदान है ! – मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत

सनातन संस्था जो कार्य कर रही है उसका हिन्दू राष्ट्र की निर्मिती में बहुत बडा योगदान है । सभी में अच्छे संस्कार निर्माण करना और सभी का जीवन संस्कारमय हो, इसके लिए सनातन संस्था के साधक निरंतर प्रयास कर रहे हैं ।

भारत को संविधान द्वारा हिन्दू राष्ट्र घोषित करना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी

‘‘भारत स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है; परंतु विद्यमान व्यवस्था में उसे ‘हिन्दू राष्ट्र’ के रूप में प्रतिष्ठा कहां है ? डॉक्टर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत एक व्यक्ति स्वाभाविक डॉक्टर बनता है; परंतु बिना अनुज्ञप्ति (लाइसेंस) के वह ‘डॉक्टर’ के रूप में कार्य नहीं कर सकता ।