सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘हमने ईश्वरप्राप्ति के लिए प्रयास किए, तो ईश्वर का ध्यान हमारी ओर आकर्षित होता है और हमारे द्वारा किए जा रहे धर्मकार्य के लिए ईश्वर की कृपा एवं आशीर्वाद प्राप्त होते हैं ।’

वास्तव में खालिस्तान का शत्रु भारत नहीं, अपितु पाकिस्तान है !

‘वारिस दे पंजाब’ (पंजाब के वारिस) संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह खालिस्तानी नहीं है । पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था ‘आइएसआइ’ हथियार के रूप में अमृतपाल का उपयोग कर रही है; परंतु वह स्थाई रूप से उसका उपयोग नहीं करेगा ।

असम में ६०० मदरसे बंद किए एवं अन्य सभी बंद करने का मानस !

यदि असम के मुख्य मंत्री ऐसा कर सकते हैं, तो अन्य राज्यों के मुख्य मंत्री क्यों नहीं  ?

हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) में अज्ञात लोगों द्वारा मंदिर के शिवलिंग की तोडफोड !

हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) के बांधुर खुर्द गांव के बाहर स्थित मंदिर में अज्ञात लोग शिवलिंग और नंदी की तोडफोड की और ले गए । इस कारण गांववासियों द्वारा रोष व्यक्त किया जा रहा है ।

मुगलों का महिमामंडन करनेवाली ‘ताज : डिवाइडेड बाय ब्लड’ वेबसीरीज पर प्रतिबंध लगाया जाए ! – हिन्दुत्वनिष्ठ

३ मार्च से ‘जी-५ (ZEE 5)’ ओटीटी प्लेटफॉर्म से प्रसारित हुई है ! ‘ताज : डिवाइडेड बाय ब्लड’ वेबसीरीज द्वारा हिन्दुओं पर अत्याचार करनेवाले क्रूर अकबर एवं उसके परिवार का, अर्थात मुगलों का महिमामंडन किया जा रहा है ।

मेहबूबा मुफ्ती ने किया शिवलिंग पर जलाभिषेक !

निधर्मीवादी एवं पुरो(अधो)गामियों ने इन लोगों को धर्मनिरपेक्षता सीखायी नहीं, इसीका यह परिणाम है ! क्या अब तो उन्हें यह सीखाया जाएगा ? या केवल हिन्दू ही धर्मनिरपेक्षता पालन करते हुए आत्मघात करवा लेंगे ?

गुरुदेवजी के प्रति दृढ श्रद्धा, भाव, उत्तम नेतृत्व गुण एवं प्रेमभाव, इन गुणों से युक्त पुणे की श्रीमती मनीषा पाठक (आयु ४१ वर्ष) सनातन के १२३ वें समष्टि संतपद पर विराजमान !

यदि हम सभी का साधन केंद्रबिंदु केवल और केवल परम पूज्य गुरुदेव होंगे, तो हमारे दोष, अहं और हमारे प्रारब्ध के कारण भले ही कितने भी प्रतिकूल प्रसंग आएं, तब भी हम परम पूज्य गुरुदेवजी के चरण कभी भी नहीं छोड सकते ।

पुनः मंदी की आहट ?

अमेरिका की ‘सिलिकॉन वैली बैंक’ के दिवालिया होने के कारण पुनः एक बार अंतरराष्ट्रीय हाट (बाजार) में उथल-पुथल (खलबली) मच गई है । इसके कारण भारतीय शेयर बजार बडे स्तर पर नीचे (गिर) आ गया है ।

हिन्दू विचारों का उत्थान !

इसमें अनिवार्य यह है कि इस पृथ्वी पर केवल मनुष्य ही नहीं, जीव-सृष्टि को टिकाए रखना है, तो उसके लिए अधिकांश लोग सनातन विचारों के साथ जीवन व्यतीत करनेवाले होने चाहिए; क्योंकि अहिंसा हिन्दू धर्म का सबसे बडा तत्त्व है ।

सर्वाेच्च न्यायालय को आधुनिकतावादियों की याचिकाओं का लगता है महत्त्व !

‘तहसीन पूनावाला’ प्रकरण में अपराध पंजीकृत कर इसका अन्वेषण अगले स्तर पर पहुंच गया है, साथ ही आवाज के उदाहरण भी न्याय-चिकित्सकीय प्रयोगशाला को भेजे गए हैं तथा वे शीघ्र ही अन्वेषण विभाग को मिलेंगे ।