प्रलोभन और भय के आधार पर धर्मांतरण नहीं किया जाना चाहिए ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत

प्रलोभन व भय के आधार पर धर्म परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए ; क्योंकि सच्चा धर्म सबको सुख और शांति देता है । किसी भी परिस्थिति में लालच और भय के प्रभाव में आकर धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहिए, प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत ने यहां एक कार्यक्रम में यह बात कही ।

Mohan Bhagwat On Muslims : जो मुसलमान ‘भारत माता की जय’ कहते हैं और भगवे ध्वज का सम्मान करते हैं, वे शाखा में शामिल हो सकते हैं – सरसंघचालक

संघ शाखा में सभी भारतीयों का स्वागत है । आरएसएस के सरसंघचालक प.पू .डॉ. मोहनभागवतजी ने कहा कि जो मुसलमान ‘भारत माता की जय’ का नारा लगा सकते हैं और भगवा ध्वज का सम्मान कर सकते हैं, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में शामिल हो सकते हैं।

PM Modi Nagpur Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुड़ी पडवा के पावन अवसर पर आरएसएस द्वारा संचालित माधव नेत्रालय की आधारशिला रखी !

प्रधानमंत्री मोदी की नागपुर की ऐतिहासिक यात्रा
संघ के स्मृति मंदिर और दीक्षाभूमि का दौरा करेंगे

RSS Kolkata Rally : प.पू. सरसंघचालक की सभा को कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा सशर्त अनुमति !

दसवीं की परीक्षा होने का कारण देते हुए पुलिस ने अनुमति देना अस्वीकार कर दिया था

Mohanji Bhagwat On RSS Ghar Wapsi : यदि संघ ने घरवापसी का आयोजन नहीं किया होता, तो आदिवासी देशद्रोही बन गए होते  !

तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का ‍वक्तव्य प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत ने सार्वजनिक कार्यक्रम में उजागर किया !

लालफीता के कारण संशोधन करना कठिन हो गया ! – सरसंघचालक

६ वें शतक तक भारत प्रत्येक क्षेत्र में आगे था, इस पर विश्व का विश्वास है । हमने अनेक बातों का संशोधन किया है; परंतु पश्चात हम रूक गए तथा तदुपरांत अपनी अवनति को आरंभ हुआ

RSS Chief Mohan Bhagwat : संतों की रक्षा का कार्य रा.स्व. संघ करता है ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत

 संत तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कोई विशेष अंतर नहीं है । संत मंदिर में पूजा करते हैं, जबकि संघ के कार्यकर्ता बाहर रह कर उसकी सुरक्षा में लिप्त रहते हैं ।

Mohan Bhagwatji : हिन्दुओ, दुर्बल एवं असंगठित न रहो, संगठित हों !   

यह हिन्दुओं के ध्यान में आना चाहिए, दुर्बल रहना अपराध है । हम दुर्बल, असंगठित हैं, इसका अर्थ है हम अत्याचार को निमंत्रित कर रहे हैं ।

RSS Chief On Bangladesh : बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा करना, यह प्रत्येक का दायित्व ! – प. पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत

बांग्लादेश के हिन्दुओं को कष्ट न हो, यह देखना एक देश के रूप में सरकार का जैसे दायित्व है, वैसे ही अपना भी है । सरकार अपना काम करेगी ही; लेकिन इसके लिए देश के नागरिकों का समर्थन आवश्यक है ।

न्यायव्यवस्था भारतीय ही चाहिए !

स्वतंत्रता के उपरांत भारत की प्राचीन न्यायदान की प्रक्रिया अपनाने के स्थान पर पाश्चात्य न्यायतंत्र का ही बना रहना भारतीयों का दुर्भाग्य है !