PP Mohanji Bhagwat : रावण का वध उसके कल्याण के लिए किया गया तथा वह अहिंसा थी ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत
रावण का विनाश हिंसा नहीं, अपितु अहिंसा है । अहिंसा हमारा धर्म है; किन्तु नृशंस धर्मांधों से न पिटना तथा गुंडों को सबक सिखाना भी हमारा धर्म है, ऐसा प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत ने कहा ।