Chhattisgarh Conversion Bill : छत्तीसगढ में भाजपा सरकार धर्मांतर नियंत्रण विधेयक लाने के लिए तैयार !
विधेयक का प्रारूप भले ही तैयार हो, विधानसभा में प्रस्तुत होने से पहले उसमें कुछ सुधार किया जाएगा ।
विधेयक का प्रारूप भले ही तैयार हो, विधानसभा में प्रस्तुत होने से पहले उसमें कुछ सुधार किया जाएगा ।
गत ३० वर्षाें से सरकार के केवल मौखिक आदेश से बंद हुई पूजा पुनः प्रारंभ करने के लिए हिन्दुओं को न्यायालय में जाना पडना पश्चात की सरकारों के लिए लज्जाजनक ! पश्चात आनेवाली सरकारों ने मौखिक आदेश देकर पूजा पुनः प्रारंभ क्यों नहीं की ? ऐसा प्रश्न प्रत्येक हिन्दू के मन में उत्पन्न होता है !
भाजपा के अधिकांश नेताओं का यह कहना है कि भाजपा स्वयं यह प्रस्ताव रखें तथा अन्य संगठनों से इसका समर्थन करने का आग्रह रखे ।
तलघर में काशी विश्वनाथ का मंदिर है। यह एक स्वयंभू मंदिर था और रहेगा। यदि आप इसे ढक भी दें तो भी यह एक मंदिर ही है। – जितेंद्र नाथ व्यास
विद्यालयों में धर्मांतरण नहीं होने देंगे । जिन विद्यालयों में श्री सरस्वतीदेवी का चित्र नहीं होगा उन पर कार्यवाही की जाएगी, ऐसा भी शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने कहा है ।
मद्रास उच्चन्यायालय का महत्वपूर्ण निर्णय !
‘मंदिर कोई भ्रमण स्थल नहीं, अपितु एक धार्मिक स्थल है’, यह भी स्पष्ट किया गया !
यदि अहिन्दू मंदिर में प्रवेश करना चाहते हैं, तो उन्हें शपथ पत्र देना होगा कि उन्हें देवताओं में आस्था है !
अबतक महाराष्ट्र के ६ स्थानों समेत भारत के ४२ स्थानों का समावेश युनेस्को की सूची में हो चुका है ।
इसके लिए ‘गज नगर’ और ‘हरनंदी नगर’ इन दो नामों पर चर्चा हुई ।
स्वयं का व्यावसायिक हित देखने की अपेक्षा देश का विचार प्रथम करनेवाले, अर्थात ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि !’ प्रत्यक्ष अंगीकृत करनेवाले ‘ईज माइ ट्रिप’ का अभिनंदन ! ऐसी राष्ट्रनिष्ठा रखनेवाली कंपनियां ही भारत की वास्तविक शक्ति हैं !
केंद्र सरकार का यह निर्णय बांग्लादेश के हिन्दू निर्वासितों के लिए आशा की किरण बनने वाला है ।