नई देहली – भाजपा के राष्ट्रीय परिषद की बैठक १६ से १८ फरवरी की अवधि में यहां के भारत मंडप में होनेवाली है । इस बैठक में भाजपाशासित राज्यों मे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता, प्रदेशाध्यक्षोंसहित राष्ट्रीय परिषद के ८ सहस्त्र प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे । सूत्रों के अनुसार परिषद की बैठक का प्रमुख सूत्र श्रीकृष्णजन्मभूमि का प्रस्ताव हो सकता है । आज के समय ‘यह प्रस्ताव भाजपा को सीधे लाना चाहिए अथवा विहिंप जैसे किसी संगठन के माध्यम से लाया जाना चाहिए ?’, इस पर भाजपा के प्रमुख नेताओं में मंथन चल रहा है । भाजपा के अधिकांश नेताओं का यह कहना है कि भाजपा स्वयं यह प्रस्ताव रखें तथा अन्य संगठनों से इसका समर्थन करने का आग्रह रखे ।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हम श्रीराम मंदिर का प्रस्ताव ले आए थे, उस समय स्थिति भिन्न थी । उस समय हम विपक्ष में थे; इसलिए हमें लंबी न्यायालयीन लडाई लडनी पडी । अब हम केंद्र एवं उत्तर प्रदेश, इन दोनों स्थानों पर सत्ता में हैं । हम मुसलमान पक्ष से विचारविमर्श कर ही इसका समाधान निकालने का प्रयास करेंगे । उत्तरप्रदेश की सरकार जन्मभूमि के विषय में कानून भी बना सकती है । न्यायालय में जाने का विकल्प सबसे अंतिम होगा ।