कुंभ मेले में लगी आग, ‘लव-कुश आश्रम’ जलकर खाक !
कुंभ मेले के समय सेक्टर १९ में मोरी मार्ग पर अयोध्या धाम स्थित ‘लव-कुश आश्रम’ में आग लग गई और आश्रम का पूरा शिविर जलकर खाक हो गया ।
कुंभ मेले के समय सेक्टर १९ में मोरी मार्ग पर अयोध्या धाम स्थित ‘लव-कुश आश्रम’ में आग लग गई और आश्रम का पूरा शिविर जलकर खाक हो गया ।
इन दोनों स्थानों पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रहती है । दर्शन के लिए भक्तों को २-३ घंटे कतार में प्रतीक्षा करनी पडती है ।
द्यपि भीड अल्प हो गई है, तथापि उत्तर प्रदेश के स्थानीय भक्त बडी संख्या में स्नान हेतु पधार रहे हैं । ये भक्त कुंभक्षेत्र में आने की अपेक्षा सीधे ही त्रिवेणी संगम पर स्नान हेतु जा रहे हैं ।
मोदीजी के स्नान के उपरांत पूरे देश के भाजपा के नेता, चलचित्र जगत सहित विविध क्षेत्र के महनीय व्यक्तियों ने त्रिवेणी संगम पर स्नान किया ।
मुगलों ने हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त कर मकबरे और मस्जिदें बनाईं।” “जहां भी मजार या मस्जिदें बनाई गई थीं, हिन्दू राष्ट्र में वहां फिर से मंदिर बनाए जाएंगे।
मोक्षनगरी में हुए हिन्दू राष्ट्र के जयघोष से । गूंज उठी पृथ्वी, आकाश एवं स्वर्ग ।।
२२ जनवरी २०२५ को अयोध्या में श्री रामलला की स्थापना समारोह के एक वर्ष पूर्ण होने के शुभ अवसर पर, हिन्दू राष्ट्र की मांग को लेकर यहां ‘हिन्दू राष्ट्र पदयात्रा’ का आयोजन किया गया । इसके माध्यम से हिन्दू राष्ट्र की गर्जना पूरे कुंभ क्षेत्र में गूंज उठी ।
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभपर्व के आरंभ से ही अनेक अनेक संत-महंतों तथा महामंडलेश्वरों में हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष किया है । अब उसके आगे कदम बढाकर हिन्दू राष्ट्र की इस संकल्पना को साकार करने के लिए अनेक संत-महंत तथा महामंडलेश्वर इस अधिवेशन में एकत्रित हुए ।
पिछले तीन साल से कह रहा हूं कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनना चाहिए।’ पुरी पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि मैं भगवान और ऋषिमुनि से जो संदेश प्राप्त करता हूं,उसे प्रसारित कर रहा हूं।
हिन्दुओं का महाकुम्भ पर्व ‘अर्थ’ एवं ‘काम’ का ग्लैमर नहीं; अपितु ‘धर्म’ एवं ‘मोक्ष’ की अनिवार्यता दर्शानेवाला तीर्थस्थल है !