बंगाल में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को थाने में पीटा गया

इससे तृणमूल कांग्रेस के राज्य में चरमराई कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था दिखाई देती है । यदि पुलिस एक महत्त्वपूर्ण संस्था के अध्यक्ष की पिटाई करती है, तो साधारण लोगों के साथ वह कैसा आचरण करती होगी, इसका विचार न करना ही अच्छा !

(इनकी सुनिए…) ‘रामनवमी की फेरी में मुसलमान बहुसंख्यक क्षेत्र में आक्रमण किए, तो कार्रवाई करूंगी !’

बंगाल के हिन्दुओं का दुर्भाग्य है कि उनको निरंतर धर्मांधों का पक्ष लेकर हिन्दुओं की उपेक्षा करनेवाली मुख्यमंत्री मिली है । इसे रोकने के लिए हिन्दुओं को तृणमूल कांग्रेस का राजनीतिक अस्तित्व समाप्त करने के लिए प्रयास करना आवश्यक !

कांग्रेस नेता (एडवोकेट) अधिवक्ता कौस्तव बागची को बंदी बनाया !

बागची ने कहा, ‘यदि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत स्तर पर हमारे नेताओं की आलोचना करती हैं, तो हम भी इस पुस्तक का संदर्भ लेकर व्यक्तिगत स्तर पर मुख्यमंत्री की आलोचना करेंगे ।’

‘बंगाल के सीमा क्षेत्र में सीमा सुरक्षा दल ने आतंक फैलाया है !’ – मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

सीमा की रक्षा करनेवाले एक दल पर इस प्रकार का आरोप केवल राष्ट्रघाती ही लगा सकते हैं ! ऐसे आरोप से ममता बनर्जी की मानसिकता स्पष्ट होती है ! अत: बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना आवश्यक है !

ममता बैनर्जी का सभी विरोधी पार्टियों को केंद्रीय जांच एजेंसी के विरोध में संगठित होने के लिए निरर्थक आवाहन !

‘जांच एजेंसियों के कारण पार्टी द्वारा किया भ्रष्टाचार और राष्ट्र विरोधी कार्यवाहियां सामने आएंगी’, इस डर से बैनर्जी जांच एजेंसियों का विरोध कर रही हैं, यह ध्यान में लें !

बंगाल में भाजपा सांसद के निवास स्थान पर बम फेंका !

तृणमूल काँग्रेस के शासन में बंगाल में अराजक लोग बढे हैं, यह अब स्पष्ट हो रहा है !

बंगाल हिंसाचार प्रकरण में उच्च न्यायालय द्वारा दिया गया आश्‍वासक निर्णय !

हाल ही में बंगाल के विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैैं । इन चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ ।