ओडिशा में हुई भयानक रेल दुर्घटना में मृतकों की संख्या २९० से अधिक !

  • १ सहस्त्र से अधिक यात्री घायल !

  • मरने वालों की संख्या बढने की आशंका !

  • प्रधान मंत्री मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया !


भुवनेश्वर (ओडिशा) – कोलकाता से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस की, २ जून की संध्या लगभग ७ बजे ओडिशा में एक बडी दुर्घटना हो गई । दुर्घटना ओडिशा के बालासोर से ४० किलोमीटर दूर बहंगा रेलवे स्थानक के समीप हुई । इस दुर्घटना में अब तक २९० से अधिक यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि ९०० से अधिक लोग घायल हैं । पटरी से उतरे डिब्बों में फंसे यात्रियों को निकालने का काम तीन जून की दोपहर तक चलता रहा । यह भी ज्ञात हुआ है कि रेल के डिब्बों में अभी भी अनेक शव फंसे हैं । उन्हें निकालने का काम चल रहा है । इसमें मृत यात्रियों की संख्या बढने की आशंका है । घायलों को निकालने के साथ ही डिब्बों को घटनास्थल पर ही पटरी से उठा कर अलग करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है । जिससे इस मार्ग पर रेल का आवागमन आरंभ किया जा सके । यहां बचाव कार्यों के लिए स्थानीय आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ राष्ट्रीय आपातकालीन सेवाएं भी दो जून की रात्रि से ही बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं । साथ ही रात्रि से ही यहां ६० से अधिक रुग्णवाहिकाएं (एम्बुलेंस)निरंतर काम कर रही थीं । चिकित्सालयों में बडी संख्या में घायलों का उपचार चल रहा है । घायलों को आवश्यक रक्त देने के लिए रक्तदान करने का आवाहन किया गया है ।

दुर्घटना कैसे हुई ?

बहंगा रेलवे स्थानक के समीप एक पटरी पर मालगाडी खडी थी । उस समय कोरोमंडल एक्सप्रेस दूसरे ट्रैक से कोलकाता जा रही थी । उसी समय यशवंतपुर-हावडा एक्सप्रेस तीसरी पटरी से विपरीत दिशा में जा रही थी । तभी अचानक कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई । उसके १५ डिब्बे मालगाडी की ओर जा गिरे तथा कुछ डिब्बे मालगाडी के ऊपर चढ गए । दूसरी पटरी से जा रही यशवंतपुर-हावडा एक्सप्रेस के ४ डिब्बे फिसलकर टकरा गए । इससे उस एक्सप्रेस के भी ३ डिब्बे पटरी से उतर गए । इस प्रकार यह विचित्र दुर्घटना हुई । दुर्घटना उस समय हुई जब कोरोमंडल एक्सप्रेस १२५ किमी प्रति घंटे की तीव्र गति से दौड रही थी ।

कारण अभी भी स्पष्ट नहीं !

दुर्घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘इसका सूक्ष्म विश्लेषण किया जाएगा ।’ उन्होंने कहा कि घायलों की देखभाल अभी पहली प्राथमिकता है । २ जून की दुर्घटना के फलस्वरूप मुंबई से मडगांव के मध्य चलने वाली ‘वंदे भारत’ ट्रेन का उद्घाटन समारोह निरस्त कर दिया गया है ।

बचाव कार्यों में सेना का सहभाग

भारतीय सेना के मेडिकल एवं इंजीनियरिंग दलों को दुर्घटनास्थल पर नियुक्त किया गया है । पूर्वी सेना कमान के विभिन्न स्थानों से दलों को घटनास्थल पर भेज दिया गया है । वायु सेना के २ ‘एम.आई. 17’ हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगाए गए हैं, रक्षा बलों के जनसंपर्क अधिकारी ने यह सूचित किया ।

प्रधान मंत्री मोदी ने किया दौरा !

इस दुर्घटना के उपरांत 3 जून की सुबह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आपात बैठक बुलाई थी । उसके उपरांत प्रधान मंत्री मोदी ने बालासोर जाने की घोषणा की । मध्यान्ह लगभग तीन बजे उन्होंने बालासोर में घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया । इसके उपरांत उन्होंने अस्पताल में दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों की परिस्थिति जानी एवं उनसे पूछताछ की ।

यह राजनीति का समय नहीं है ! – ममता बनर्जी, मुख्य मंत्री, बंगाल

ओडिशा की दुर्घटना अति वेदनादायी है। बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यह किसी प्रकार की राजनीति का समय नहीं है । ममता बनर्जी ओडिशा आई हैं । उन्होंने घटनास्थल पर जाकर स्थिति की समीक्षा की । उन्होंने घायलों के संबंध में भी जानकारी ली । हमने अपने राज्य की ओर से मृतकों को ५ लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है । ममता बनर्जी ने कहा, हमने बंगाल से डॉक्टरों का एक दल भी भेजा है ।

ओडिशा के मुख्य मंत्री नवीन पटनायक ने चिकित्सालय का दौरा किया एवं घायलों की जानकारी ली ।

हेल्पलाइन नंबर : आपत्कालीन नियंत्रण कक्ष क्रमांक : ६७८२२६२२८६