तृणमूल कांग्रेस के २ दलों ने १०० स्थानों में एक-दूसरे पर बम फेंकें !

  • बंगाल में पंचायत समिति के चुनाव की पृष्ठभूमि पर हिंसा

  • बांकुडा जिले में पुलिस द्वारा १२ बम नियंत्रण में

कोलकाता (बंगाल) – दक्षिण परगणा जिले के कैनिंग नगर में सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस के २ गुटों में हिंसा हुई । इस समय १०० स्थानों की घटनाओं में २ गुट के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर बम फेंके । बंगाल में ८ जुलाई को पंचायत समिति के चुनाव होनेवाले हैं । इस पृष्ठभूमि पर यह हिंसा हुई ।

१. कैनिंग नगर में पंचायत समिति के प्रत्याशियों की सूची अंतिम करने के लिए तृणमूल कांग्रेस सदस्यों की बैठक आयोजित की गई थी । उस समय २ गुट के कार्यकर्ताओं ने एकदूसरे पर बम फेंके ।

२. तदनंतर तृणमूल कांग्रेस के नेता सैबल लाहिडी के समर्थकों ने बसस्थानक के निकट सडक की यातायात रोक दी । लाहिडी के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि जब वे प्रांत कार्यालय में नामांकन पत्र भरने जा रहे थे, तभी तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य गुट के कार्यकर्ताओं ने उनको रोक दिया । दूसरे गुट के कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस के विधायक परेश राम के निकटवर्ती माने जाते हैं ।

३. बांकुडा जिले में नियमित पहरा देते समय पुलिस ने एक चारपहिए वाहन से एक थैली नियंत्रण में ली, जिसमें १२ बम थे । पुलिस ने इस प्रकरण में ८ लोगों को बंदी बनाया है ।

४. राज्य में पंचायत समिति के चुनाव की पृष्ठभूमि पर आरंभ हुई इस हिंसा में उच्च न्यायालय ने केंद्रीय रिजर्व दल की पुलिस को संवेदनशील जिलों में नियुक्त करने का आदेश दिया है ।

संपादकीय भूमिका 

  • सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस अर्थात बम निर्मित करनेवाली पार्टी ! कार्यकर्ताओं ने १०० स्थानों पर एक-दूसरे पर बम फेंके, इससे ध्यान में आता है कि इस पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ताओं के पास कितना बडा भंडार होगा ! ऐसे लोगों की आर्थिक मदद (फंडिंग) करनेवाली समाजवादी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !
  • एक-दूसरे पर बम फेंककर हिंसा करनेवाली पार्टी राज्य में यदि सत्तारूढ है, तो यह लोकतंत्र के लिए कलंक ! स्वयं को लोकतंत्र के सेवक समझनेवाले अब तृणमूल कांग्रेस कर रही इस हिंसा के संदर्भ में क्यों नहीं बोलते ?
  • ऐसे कार्यकर्ता वाली सत्तारूढ पार्टी के राज्य में यदि कानून एवं सुव्यवस्था चरमरा जाए, तो आश्‍चर्य कैसा ?