हरियाणा में आरिफन ने स्वयं को हिन्दू दिखाकर दलित युवती से किया विवाह !
हिन्दुओं, लव जिहाद रोकने के लिए अब तो संगठित हो जाइये !
हिन्दुओं, लव जिहाद रोकने के लिए अब तो संगठित हो जाइये !
देश में वर्ष २०२२ में ‘एप इंडिया’ वृत्त संकेतस्थल ने ‘लव जिहाद’ की १५३ घटनाओं का वार्तांकन किया था । लव जिहाद की घटनाएं इससे अधिक होने की संभावना है; क्योंकि कुछ घटनाएं समाज तथा पुलिस के सामने नहीं आ सकीं । इन घटनाओं में हिन्दू युवतियां, महिलाएं तथा युवक बलि चढे हैं ।
कर्नाटक के विधानसौध के सामने (विधान भवन के सामने) आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन में कर्नाटक में प्रतिदिन बढ रहे ‘लव जिहाद’ की घटनाओं की पृष्ठभूमि पर ‘लव जिहाद’ विरोधी विशेष पुलिस दल का गठन करने की मांग की गई ।
‘‘भारत में राज्य व्यवस्था हिन्दुओं के लिए अनुकूल होने हेतु वैधानिक मार्ग से भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करना आवश्यक है । इसलिए हिन्दू संगठित होकर लोकतांत्रिक मार्ग से हिन्दू राष्ट्र आंदोलन को सशक्त बनाएं ।’’,
काशी, मथुरा, भोजशाला आदि हजारों धार्मिक स्थलों के विषय में हिन्दुओं की न्यायपूर्ण मांग दबाने के लिए ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट १९९१’ बनाया गया; जबकि दूसरी ओर ‘वक्फ बोर्ड’ को कोई भी संपत्ति ‘वक्फ संपत्ति’ के रूप में घोषित करने का अधिकार दिया गया है ।
गत कुछ वर्षों से हिन्दू महिलाओं के विरुद्ध लव जिहाद की घटनाओं में बडी मात्रा में वृद्धि हुई है । आफताब पूनावाला द्वारा श्रद्धा वालकर की क्रूर हत्या की घटना से जिहादियों के मनोबल में वृद्धि हुई है ।
‘दलित-मुसलमान भाई भाई’ कहने वाले अब कहां हैं ?
‘अपनी बेटियों को बचाएं, उन पर उचित संस्कार करें’, इस समय उन्होंने हिन्दुओं को ऐसा आवाहन भी किया ।
‘लव-जिहाद’ के विरुद्ध केवल कानून ही नहीं, अपितु धर्मांध युवकों को हिन्दू युवतियों की ओर बुरी दृष्टि से देखने का साहस न हो, ऐसा भय निर्माण करना आवश्यक !
हिन्दुओं को वैध रूप से विरोध कर लव जिहाद को खुलेआम बढावा देनेवाले ऐसे धारावाहिकों पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करना आवश्यक !