कुंभ मेले में लगी आग, ‘लव-कुश आश्रम’ जलकर खाक !

कुंभ मेले के समय सेक्टर १९ में मोरी मार्ग पर अयोध्या धाम स्थित ‘लव-कुश आश्रम’ में आग लग गई और आश्रम का पूरा शिविर जलकर खाक हो गया ।

Bade Hanuman Mandir : प्रयागराज के धार्मिक स्थल अक्षयवट तथा लेटे हनुमान मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड !

इन दोनों स्थानों पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रहती है । दर्शन के लिए भक्तों को २-३ घंटे कतार में प्रतीक्षा करनी पडती है ।

Mahakumbh Snan : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपरांत अनेक माननीय व्यक्तियों की संगम स्नान हेतु भारी भीड !

मोदीजी के स्नान के उपरांत पूरे देश के भाजपा के नेता, चलचित्र जगत सहित विविध क्षेत्र के महनीय व्यक्तियों ने त्रिवेणी संगम पर स्नान किया ।

Sanatan Prabhat Exclusive : हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के बाद नोटों पर छपेगा श्री राम का चित्र !

मुगलों ने हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त कर मकबरे और मस्जिदें बनाईं।” “जहां भी मजार या मस्जिदें बनाई गई थीं, हिन्दू राष्ट्र में वहां फिर से मंदिर बनाए जाएंगे।

आइए, अनुभव करें महाकुंभ क्षेत्र की हिन्दू राष्ट्रप्रीत्यर्थ संपन्न दिव्य पदयात्रा !

मोक्षनगरी में हुए हिन्दू राष्ट्र के जयघोष से । गूंज उठी पृथ्वी, आकाश एवं स्वर्ग ।।

Prayagraj Kumbh Parva 2025 – HINDU RASHTRA ADHIVESHAN : महाकुंभपर्व में साधु-संतों का धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का निश्चय !

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभपर्व के आरंभ से ही अनेक अनेक संत-महंतों तथा महामंडलेश्वरों में हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष किया है । अब उसके आगे कदम बढाकर हिन्दू राष्ट्र की इस संकल्पना को साकार करने के लिए अनेक संत-महंत तथा महामंडलेश्वर इस अधिवेशन में एकत्रित हुए ।

Shankaracharya Nischalanand Sarasvati : भगवान और ऋषि-मुनि के संकेत पर मैं हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष करता हूं ! – जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी, पुरी मठ

पिछले तीन साल से कह रहा हूं कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनना चाहिए।’ पुरी पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि मैं भगवान और ऋषिमुनि से जो संदेश प्राप्त करता हूं,उसे प्रसारित कर रहा हूं।

संपादकीय : हिन्दुओं का दुर्भाग्य !

हिन्दुओं का महाकुम्भ पर्व ‘अर्थ’ एवं ‘काम’ का ग्लैमर नहीं; अपितु ‘धर्म’ एवं ‘मोक्ष’ की अनिवार्यता दर्शानेवाला तीर्थस्थल है !

मनुष्य भगवान बनने हेतु सनातन की प्रदर्शनी देखे ! – स्वामी शारदानंद, उपसचिव, रामकृष्ण आश्रम, कोलकाता

सनातन की ग्रंथ-प्रदर्शनी में इसका संपूर्ण ज्ञान उपलब्ध है, यह देखकर मैैं आनंदित हूं । सनातन संस्था का यह कार्य प्रशंसनीय है ।

सद्गुरुद्वयी द्वारा अक्षयवट के दर्शन का भावविभोर बनानेवाला क्षण !

‘पृथ्वी के प्रलय के समय भगवान श्रीविष्णु इसी अक्षयवट के पत्ते पर शिशु रूप में आकर वास करते हैं ।’, ऐसी मान्यता है ।