बांग्लादेश में मंदिरों पर आक्रमण कर श्री कालीमाता तथा श्रीगणेश की प्रतिमाओं को किया ध्वस्त

यह बात पुनः एक बार स्पष्ट है कि मदरसा के छात्र सीखते क्या हैं ? तथा वे करते क्या हैं ? इस घटना के विषय में भारत सरकार बांग्लादेश को कब उत्तर पूछेगी ?

पाक का १ सहस्र २०० वर्ष पूर्व का हिन्दु मंदिर हुआ अतिक्रमणमुक्त !

भारत में किसी चर्च अथवा मस्जिद पर हिन्दू स्वप्न में भी अवैध कब्जा करने का कभी विचार भी करेगा क्या ?

वाराणसी (उत्तरप्रदेश) में एक गांव के शिवमंदिर में शिवपिंडी की अज्ञातों द्वारा तोडफोड

उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए इस प्रकार की घटनाएं न हों, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! इसके लिए जो उत्तरदायी हों, उनकी खोज कर आजन्म कारावास का दंड दिलाने के लिए सरकार को प्रयत्नशील होना चाहिए !

डोडा (जम्मू-कश्मीर) – यहां के शिवमंदिर में भगवान शिव की मूर्ति की अज्ञातों द्वारा तोडफोड !

कश्मीर की समस्या धार्मिक होने के कारण जब तक उसके मूल पर आघात करके उसे जड से समाप्त नहीं किया जाता, तब तक यह समस्या बनी रहेगी !

धर्मकार्य में पैर जमाकर खडे रहना आवश्यक – अधिवक्ता भारत शर्मा, संरक्षक, धरोहर बचाओ समिति, राजस्थान

‘‘जिस प्रकार अंगद ने रावण की राजसभा में स्वयं भूमि पर पैर जमाया, उसी प्रकार हिन्दुत्वनिष्ठों को धर्मकार्य करने के लिए पैर जमाकर खडे रहना चाहिए, तभी जाकर हम हिन्दू राष्ट्र की स्थापना में महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं’’, ऐसा प्रतिपादन अधिवक्ता भारत शर्मा ने किया ।

कानून में स्थित त्रुटियों के कारण न्यायालयीन निर्णयों से सच्चाई नहीं बाहर आती ! – अधिवक्ता मकरंद आडकर, अध्यक्ष, महाराष्ट्र शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्था, नई देहली

‘दार-उल-इस्लाम’ धर्मांधों की संकल्पना है इसलिए उन्हें भारतभूमि को ‘गजवा-ए- हिंद’ बनाना है । अत: धर्मांधों द्वारा ‘लैंड जिहाद’ का षड्यंत्र रचा जा रहा है । यह रोकने के लिए ‘सब भूमी गोपाल की’ अर्थात ‘सब भूमि हमारी है’, यह तत्त्व मन में बिंबित करना होगा ।

हिन्दुओं के मंदिरों का पैसा हिन्दू हित के लिए ही प्रयोग किया जाना चाहिए ! – विश्व हिन्दू परिषद

भारत की शासन व्यवस्था शरीयत कानून के अनुसार नहीं, अपितु संविधान द्वारा चलती है !

अमेरिका के मंदिरों की सुरक्षा बढाइए ! – हिन्दू अमेरिकन फाउंडेशन

ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? जो अमेरिका भारत के अल्पसंख्यक मुसलमानों पर कथित रूप से अत्याचार बढने की निराधार आवाज उठाती है और भारत विरोधी निराधार प्रलेख (अहवाल) बनाती है, वे स्वत: के देश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं के श्रद्धाकेंद्रों का रक्षण क्यों नहीं करती ? अब भारत को अमेरिका से इसका स्पष्टीकरण मांगना चाहिए !

गोवा के विध्वंसित मंदिरों के विषय में न्यायालयीन लडाई लडने के लिए प्रमाण देने का आवाहन

राष्ट्रीयस्तर पर मुघलों, पोर्तुगीजों आदि आक्रांताओं ने केवल श्रीराममंदिर, काशी, मथुरा, कुतुबमिनार, ताजमहल और भोजशाला ही नहीं, अपितु सहस्रों अन्य मंदिर भी गिराए हैैं । भारत को स्वाधीनता मिली; परंतु हिन्दुओं के प्राचीन धार्मिक स्थल उसी प्रकार से विदेशी गुलामी में रह गए