Vaishvik Hindu Rashtra Mahotsav Special : आध्यात्मिक संस्थाओं के माध्यम से धर्मजागरण
धर्मकार्य में योगदान से ही हमारा जीवान सार्थक होगा ! – महामंडलेश्वर नर्मदा शंकरपुरी महाराज, निरंजनी आखाडा, जयपुर, राजस्थान
धर्मकार्य में योगदान से ही हमारा जीवान सार्थक होगा ! – महामंडलेश्वर नर्मदा शंकरपुरी महाराज, निरंजनी आखाडा, जयपुर, राजस्थान
साल २०१२ से ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र सम्मेलन’ के नाम से आयोजित यह सम्मेलन की इस साल तपपूर्ती है। विभिन्न देशों के प्रतिनिधियो के भाग लेने के कारण इस सम्मेलन का नाम बदलकर परिवर्तित कर ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र सम्मेलन’ कर दिया गया है।
अयोध्या में लोकसभा चुनाव में मिली पराजय पर चर्चा करते हुए पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदुत्व कभी प्राजित नहीं होता, हिंदुत्व सीखता है। वह हार को ‘सीखने के अवसर’ के रूप में देखते हैं।
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य को गति देने के लिए प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’, अर्थात ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ आयोजित किया गया है। यह महोत्सव २४ से ३० जून २०२४ तक की कालावधि में गोवा में संपन्न होगा।
गोवा में २४ जून से आरंभ होनेवाले ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में सोलापुर (महाराष्ट्र) के हिन्दुत्वनिष्ठ भी सहभागी होंगे
मैं जब तक जीवित हूं, तब तक मैं हिन्दू राष्ट्र हेतु प्रयास करता रहूंगा, ऐसा प्रतिपादन तेलंगाना (भाग्यनगर) के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ तथा भाजपा विधायक श्री. टी. राजासिंह ने भिवंडी के पडघा क्षेत्र में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए किया ।
धर्मशिक्षा लेनेवाला तथा धर्माचरण करनेवाला हिन्दू व्यक्ति जब स्वबोध कर लेगा, उस समय रामराज्य की (हिन्दू राष्ट्र की) स्थापना करना सहजता से होगा संभव !
पाकिस्तान के भूतपूर्व विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी का दावा !
‘गोवा स्थित सनातन संस्था के संस्थापक प.पू. डॉ. जयंत आठवलेजी मानवीय रूप में दैवीय अवतार हैं । वे अपनी मातृभूमि पर अर्थात भारत पर असीम प्रेम करते हैं । सनातन संस्था का मुख्यालय भले ही गोवा में है; परंतु प.पू. डॉ. आठवलेजी का अध्यात्मप्रसार एवं धर्मरक्षा का कार्य संपूर्ण विश्व में फैल गया है ।
भाजपा उम्मीदवार कंगना राणावत का सवाल !