सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी द्वारा अध्यात्म-क्षेत्र में किया गया कार्य !

अध्यात्मप्रसार के कार्य की व्यापकता बढने के उपरांत परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने २३.३.१९९९ को सनातन संस्था की स्थापना की । सनातन संस्था का उद्देश्य है वैज्ञानिक परिभाषा में हिन्दू धर्म के अध्यात्मशास्त्र का प्रसार कर धर्मशिक्षा देना

Nishikant Dubey ‘Namo Bhavan’ : मुसलमानों द्वारा सताए गए हिंदुओं के लिए ‘नमो भवन’ का निर्माण करेंगे !

ऐसी स्थिति बनाई जानी चाहिए कि कोई भी हिन्दूओं पर अत्याचार करने का साहस न करे, जिसमें मुसलमानों से पीड़ित हिन्दूओं के लिए एक भवन बनाना भी सम्मिलित है। हिन्दू राष्ट्र ही इसके लिए एकमात्र विकल्प है !

‘जयतु जयतु हिन्‍दुराष्‍ट्रम्’ के उद्घोष में वैश्विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का  प्रारंभ !

‘जयतु जयतु हिन्‍दुराष्‍ट्रम्’ के उत्‍साहवर्धक जयघोष एवं संत-महंतों की वंदनीय उपस्थिति में रामनाथी, फोंडा स्थित श्री रामनाथ देवस्‍थान में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित वैश्विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का अर्थात ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ का प्रारंभ हुआ ।

सतर्कता, आक्रामकता और विस्तारवादी नीति से ही हिन्दू धर्म की सुरक्षा संभव ! – महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी प्रणवानंद सरस्वतीजी, संस्थापक, श्री स्वामी अखंडानंद, गुरुकुल आश्रम, इंदौर, मध्य प्रदेश

‘‘हिन्दू एकता के बिना हिन्दू राष्ट्र का सपना हम साकार नहीं कर सकते । हिन्दुओं का एक होना ही सबसे महत्त्वपूर्ण बात है । सभी हिन्दुओं में एकता की भावना होनी चाहिए । हम भले ही विविध जाति अथवा संप्रदाय के हों, तब भी हममें एकता की भावना होनी चाहिए ।

अफ्रीका के लोगों को सनातन धर्म का महत्त्व ध्यान में आ गया, तो वहां बडी मात्रा में प्रसार होगा ! – पू. श्रीवास दास वनचारी, इस्कॉन, घाना, अफ्रीका

सनातन धर्म अनादि अनंत है । सनातन धर्म लाखों वर्ष पुराना है । सनातन धर्म, सभी धर्मों का मूल है ।  प्रभुपाद स्वामीजी ने अमेरिका में ‘इस्कॉन’की स्थापना की । इस माध्यम से उन्होंने सनातन धर्म का जगभर प्रसार किया ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का सातवां दिन (30 जून) : हिन्दुत्ववादियों के अनुभव

हिन्दुओं के गौरवशाली इतिहास का विकृतिकरण कर उन्होंने हिन्दुओं में संभ्रम की स्थिति निर्माण की और झूठा इतिहास उन पर थोपा ।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगले ३ वर्षों में संवैधानिक हिन्दू राष्ट्र बनने के स्पष्ट संकेत ! – आचार्य डॉ. अशोक कुमार मिश्र, सभापति, एशिया चैप्टर, विश्व ज्योतिष महासंघ

वर्ष २०२५ में बृहस्पति, राहु और शनि इन ग्रहों का स्थानपरिवर्तन होनेवाला है ।  यह परिवर्तन दुर्लभ है । इससे, वर्ष २०२५ के उत्तरार्ध में धर्मनिष्ठों को बल मिलेगा  ।

 हिन्दूहित के कानून बनाने हेतु सरकार को बाध्य बनाना चाहिए ! – मुन्नाकुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारत हिन्दू महासभा, देहली

अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता स्वतंत्रतासंग्राम में सहभागी हुए; परंतु उन्होंने राजनीतिक अधिकार लेने का कभी प्रयास नहीं किया ।

फैशन शो और कॉस्मेटिक्स के माध्यम से हिन्दू नारियों से होने वाली छल कपट के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया  ! – साध्वी आत्मनिष्ठा, जबलपुर, मध्य प्रदेश

वर्तमान समय में कई स्थानों पर जो ‘फैशन शो’ का आयोजन मुसलमानों द्वारा होता है ! किंतु  ‘रैंप’ पर चलने वाली लड़कियां हिन्दू होती हैं ।

डॉ. दाभोलकर हत्या प्रकरण में न्यायालय से निर्दोष छूटे विक्रम भावे एवं धर्मप्रेमी अधिवक्ताओं का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान !

साथ ही ‘हिन्दुत्व के कार्य’ की सेवा के रूप में यह अभियोग निःशुल्क लडनेवाले अधिवक्ता प्रकाश सालसिंगीकर, अधिवक्ता घनश्याम उपाध्याय, अधिवक्ता श्रीमती मृणाल व्यवहारे-साखरे एवं अधिवक्ता श्रीमती स्मिता देसाई का भाजपा के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह के करकमलों द्वारा वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान किया गया ।