प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता पिता-पुत्र जैन का दृढ निश्चय !
नई देहली – ‘‘मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं कि सनातन धर्मी काशी में भोलेनाथ की एक इंच भूमि भी हम नहीं देंगे । यही हो सकता है कि मुसलमान (हिन्दुओंसे) क्षमा मांगें तथा अवैध नियंत्रण हटा लें ।’’ ऐसा स्पष्ट वक्तव्य पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी ने ‘एक्स’द्वारा ट्वीट कर किया ।
मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं कि सनातन धर्मी काशी में भोले नाथ की एक इंच पर समझौता नहीं करेंगे,यही हो सकता है कि मुसलमान क्षमा मांगे और अपना अवैध कब्जा हटा लें
— Hari Shankar Jain (@adv_hsjain) August 16, 2023
We will not compromise even one inch of Kashi land. @Vishnu_Jain1 @AdvParthYadav @munjal_mani pic.twitter.com/wTxmiLbaOS
— Hari Shankar Jain (@adv_hsjain) August 17, 2023
उनके वक्तव्य को समर्थन देते हुए उनके पुत्र तथा ज्ञानवापी प्रकरण के हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, ‘‘ज्ञानवापी प्रकरण में न्यायालय के बाहर प्रकरण निपटाना कानूनी दृष्टि से संभव नहीं है ।’’ ‘विश्व वैदिक सनातन संघ’के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिसेन ने ज्ञानवापी प्रकरण में मुसलमान पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रही ‘अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी’ को पत्र लिखकर ज्ञानवापी का प्रकरण न्यायालय के बाहर निपटाने का आवाहन किया था । इस पर अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने अपनी भूमिका रखी ।
(सौजन्य : News State)
अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने आगे कहा कि हमें इस प्रकरण में कोई भी समझौता नहीं करना है । ऐसा किया गया तो, दोनों ही पक्षों को उनके कुछ अधिकारों का त्याग करना पडेगा । इस प्रकरण में हम उनको (मुसलमानों को) एक इंच भूमि भी नहीं देंगे ! मंदिर का उपयोग मस्जिद के लिए किया गया, इसके लिए मुसलमानों को हमारी क्षमा मांगनी चाहिए । इसलिए यहां किसी प्रकार के समझौते का प्रश्न ही नहीं उठता ।
अभी वजूखाना (नमाज पढ़ने के पहले हाथ-पांव धोने का स्थान) सहित ज्ञानवापी के परिसर में वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया जा रहा है । भारतीय पुरातत्व विभाग इस संदर्भ में संपूर्ण अभ्यास वाराणसी जिला न्यायालय के समक्ष २ सितंबर को रखनेवाला है । उसके उपरांत इस प्रकरण की आगे की सुनवाई आरंभ होगी ।