‘हिन्दू’ शब्द का उल्लेख करने पर शिक्षाधिकारी ने मुख्याध्यापक को समझाया !

  • उडुपी (कर्नाटक) की घटना

  • स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ की महिला कार्यकर्ताओं का परिचय करवाते समय ‘हिन्दू’ शब्द का उल्लेख करने पर मुसलमान सलाहकार द्वारा मुख्याध्यापक के विरोध में शिकायत !

उडुपी (कर्नाटक) – जिले में मूडबिद्रे के वरिष्ठ प्राथमिक सरकारी विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिन्दू जनजागृति समिति सम्मिलित हुई थी । इस समय व्यासपीठ पर पूर्व विद्यार्थी संघ के अध्यक्ष तथा सलाहकर अब्दुल करीम उपस्थित थे । इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित समिति की श्रीमती अलका बलराम तथा श्रीमती शामला सुरेश का परिचय, ‘हिन्दू जागरण वेदिके की महिला कार्यकर्ता’, इस प्रकार करवाया गया । तभी सलाहकार अब्दुल करीम क्रोध से खडे होकर बाहर निकल गए । उन्हें मनाने का प्रयास किया गया, पर असफल रहा । कार्यक्रम समाप्त होने से पहले ही नगरपालिका के शिक्षा विभाग में शिकायत की गई । शिक्षाधिकारी ने विद्यालय के मुख्याध्यापक को बुलाकर समझाया, ‘आपको समिति की महिला कार्यकर्ताओं के केवल नाम बताने चाहिए थे, ‘हिन्दू’ शब्द का उल्लेख नहीं करना चाहिए था ।’ यह विषय विद्यालय के मुख्याध्यापक ने समिति की महिला कार्यकर्ताओं को बुलाकर बताया । साथ ही उन्हें बताया, ‘आगे इस प्रकरण के लिए बुलाए जाने पर आपको उपस्थित होना होगा ।’

जिला के मूडबिद्रे के वरिष्ठ प्राथमिक सरकारी विद्यालय में राष्ट्रध्वज का अनादर रोकने के निमित्त हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा निवेदन दिया गया था । उस समय समिति की महिला कार्यकर्ताओेंं को व्याख्यान लेने की अनुमति दी गई थी । इसलिए वे स्वतंत्रता दिवस पर उस विद्यालय में उपस्थित थीं । इस अवसर पर ध्वजारोहण के पूर्व वहां छोटी सी सभा रखी गई थी । (१९.८.२०२३)

संपादकीय भूमिका 

  • हिन्दू बहुल देश में ऐसी घटना होना हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक  है ! वास्तव में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में ‘हिन्दू’ शब्द से भी चिढनेवाले मुसलमान अधिकारी से शिक्षाधिकारी को उत्तर मांगना चाहिए !
  • कांग्रेस की सत्तावाले कर्नाटक में ‘हिन्दू’ शब्द धर्मांध तथा मुसलमान शब्द ‘धर्मनिरपेक्ष’ माना जाता है, यही सत्य है !