देहली के साधक दंपति श्री. संजीव कुमार (आयु ७० वर्ष) एवं श्रीमती माला कुमार (आयु ६७ वर्ष) सनातन के ११५ वें और ११६ वें समष्टि संतपद पर विराजमान !

इस दंपति ने एकत्रित रूप से साधना का आरंभ किया । वर्ष २०१७ में एक ही दिन इन दोनों का आध्यात्मिक स्तर ६१ प्रतिशत हुआ और आज के इस मंगल दिवस पर इन दोनों ने ७१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर एक ही दिन संतपद भी प्राप्त कर लिया है ।

हिन्दुओं को जागृत करने के लिए उन्हें गुरुपरंपरा के साथ जोडना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे

जिसकी प्रज्ञा जागृत रहती है, वह है जागृत हिन्दू ! हिन्दुओं को जागृत करने के लिए पहले उन्हें गुरुपरंपरा के साथ जोडना चाहिए । हिन्दुओं को साधना कर स्वयं में विद्यमान दैवीय एवं आध्यात्मिक शक्ति को जागृत करने की आवश्यकता है ।

३१ दिसंबर को होनेवाली अप्रिय घटनाएं रोकने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से उत्तर भारत, पूर्व एवं पूर्वाेत्तर भारत के विविध राज्यों में अभियान !

अंग्रेजी कालगणना में कई त्रुटियां हैं; उसके कारण हमें सृष्टि के साथ जोडकर रखनेवाली हमारी प्राचीन गौरवशाली कालगणना के अनुसार नववर्ष का स्वागत करना चाहिए । इसलिए हम नववर्ष को हिन्दू संस्कृति के अनुसार गुडी पडवे के दिन मनाने का संकल्प लेंगे ।

सनातन के पूर्णकालीन साधकों के विषय में भ्रांति फैलानेवाले ज्योतिषियों से सावधान रहें !

मुखमंडल पर तेज दिखना, यह साधना के कारण आध्यात्मिक उन्नति होने पर दिखाई देनेवाले अनेक लक्षणों में से एक लक्षण है । वाणी चैतन्यमय होना, मुखमंडल आनंदी होना, सुगंध आना, अंतर्मन से नामजप होना इत्यादि अनेक लक्षण होते हैं । इसलिए उन्नति होने के उपरांत ‘मुखमंडल पर तेज दिखना ही चाहिए’, ऐसा नहीं ।

वर्षगांठ के निमित्त परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का संदेश

‘सनातन प्रभात’ की ज्ञानशक्ति का परिपूर्ण लाभ लें और हिन्दू राष्ट्र के कार्य का एक अंग बनने के साथ इस जन्म का सार्थक करने के लिए उत्तम साधक बनने की प्रक्रिया आरंभ करें !’

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना वर्ष २०२५ तक होगी ! – परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी

आपातकाल भले ही आगे गया हो, तब भी उसका आरंभ कभी भी हो सकता है। कोरोना जैसी महामारी के माध्यम से हमने इसका अनुभव लिया ही है। तीसरे विश्वयुद्ध का आरंभ कभी भी हो सकता है। इसलिए साधक आपातकाल की तैयारी जारी रखें !’ – परात्पर गुरु डॉ. आठवले

विविधता के कारण भारत की परम अधोगति !

‘अनेक से एक की ओर जाना हिन्दू धर्म सिखाता है। इसके विपरीत, ‘विविधता भारत का बल है’, ऐसा अनेक राजनीतिक नेता कहते हैं ! विविधता के कारण ही आज भारत की परम अधोगति हुई है !’’ – परात्पर गुरु डॉ. आठवले

वर्षगांठ के निमित्त परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का संदेश

ज्ञानशक्ति के कारण क्रियाशक्ति जागृत होती है, यह ‘सनातन प्रभात’ की ज्ञानशक्ति ने सिद्ध किया है ।

अवैध कृत्य करने के कारण इटली में ‘अमेजन’ पर ९ सहस्र ८४३ करोड ७३ लाख रुपए का जुर्माना !

भारत में भी ‘अमेजन’ पर कई आरोप लगे हैं ! सरकार को उनकी जांच कर उन पर इस प्रकार के आर्थिक दंड लगाने का साहस दिखाना चाहिए, ऐसा ही जनता को लगता है !

‘मस्जिद के स्थान पर मंदिर बनाने पर वहां ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे गूंजेंगे !’

इस प्रकार के विधान करनेवाले नेताओंवाली पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ! कर्नाटक की भाजपा की सरकार होने से उन्हें इस हेतु प्रयास करने चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !