विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में आयोजित की जानेवाली प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को पुरस्कार के रूप में सनातन के ग्रंथ एवं लघुग्रंथ दें  !

विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों से विनम्र अनुरोध !

­व्यायाम करने के लिए आयु का कोई बंधन नहीं है !

आपकी आयु चाहे कितनी भी हो; परंतु व्यायाम का आनंद उठाने में विलंब नहीं हुआ है । अपनी स्वयं की क्षमता के अनुसार व्यायाम करना आरंभ करें तथा कोई शारीरिक कष्ट हो, तो व्यायाम का नया प्रकार आरंभ करने से पूर्व डॉक्टर से परामर्श लें !

व्यायाम करना उबाऊ लग रहा है ? तो यह करें !

किसी भी कार्य के लिए समय सुनिश्चित करने से ‘उसी समयावधि में हमें वह कृति करनी है’, इसका स्मरण रहता है तथा प्रतिदिन उन कृतियों को करने से हम उसके अभ्यस्त हो जाते हैं ।

दिनदर्शिका द्वारा परिचितों को अपने व्यवसाय की जानकारी देते समय स्वयं से धर्मकार्य भी हो; इसके लिए स्वयं के विज्ञापनों से युक्त ‘सनातन पंचांग’ छपवा लें !

अनेक उद्योगपति प्रतिष्ठान की (कंपनी की) प्रसिद्धि करने के लिए अपने विज्ञापनों से युक्त दिनदर्शिका (कैलेंडर) प्रकाशित कर उसे ग्राहकों, कर्मचारियों, संबंधियों आदि को उपहार के रूप में देते हैं ।

भैयादूज के निमित्त बहन को उपहार के रूप में चिरंतन ज्ञानामृत से युक्त सनातन संस्था के ग्रंथ भेंट कर, साथ ही राष्ट्र-धर्म के प्रति गौरव बढानेवाले ‘सनातन प्रभात’ का सदस्य बनाकर अनोखा उपहार दीजिए ! 

‘भाई उसकी रक्षा करे’, इसके लिए वह भाई की आरती उतारती है और तब भाई बहन को उपहार देता है । इस उपलक्ष्य में बहन को विशेष उपहार देने की पद्धति है ।

दिनदर्शिका के द्वारा परिचितों को अपने व्यवसाय की जानकारी देते समय धर्मकार्य भी हो; इसके लिए स्वयं के विज्ञापन से युक्त ‘सनातन पंचांग’ छपवा लें !

अनेक उद्योगपति स्वयं के प्रतिष्ठान की (कंपनी की) प्रसिद्धि करने के लिए उनके विज्ञापन से युक्त दिनदर्शिका (कैलेंडर) प्रकाशित कर उन्हें ग्राहकों, कर्मचारियों, संबंधियों आदि को भेंट करते हैं ।

सर्वत्र आदर्श गणेशोत्सव मनाने संबंधी चलाए जानेवाले अभियान में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर श्री गणेश की कृपा प्राप्त करें !

समिति सात्त्विक गणेशमूर्ति के आध्यात्मिक एवं पर्यावरणीय लाभ के विषय में समाज का उद्बोधन कर रही है । असात्त्विक मूर्ति की अपेक्षा खडिया मिट्टी की मूर्ति से गणेशतत्त्व प्रक्षेपित होता है, जिससे गणेशभक्तों को अधिक लाभ होता है । इस संदर्भ में अन्यों का उद्बोधन कर गणेशभक्त सात्त्विक गणेशमूर्ति का प्रसार कर सकते हैं ।

पितृपक्ष में महालय श्राद्ध कर पितरों का आशीर्वाद प्राप्‍त करें !

श्राद्धविधि करने से पितृदोष के कारण साधना में आनेवाली बाधाएं दूर होकर साधना में सहायता मिलती है । ‘सभी पूर्वज संतुष्‍ट हों और साधना के लिए उनके आशीर्वाद मिलें’, इसके लिए पितृपक्ष में महालय श्राद्ध करना चाहिए ।

रक्षाबंधन के दिन बहन को चिरंतन ज्ञानामृत से युक्त सनातन के ग्रंथ भेंट कर, साथ ही राष्ट्र-धर्म के प्रति अभिमान बढानेवाले सनातन प्रभात की पाठक बनाकर अनोखा उपहार दीजिए !

रक्षाबंधन के दिन अपनी बहन को कपडे, आभूषण आदि अशाश्वत उपहार देने के स्थान पर, उपहार के रूप में चिरंतन ज्ञान का प्रसार करनेवाले सनातन की ग्रंथसंपदा में अंतर्भूत ग्रंथ दिए जा सकते हैं । उसकी भांति ही बहन को ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिक का पाठक भी बनाया जा सकता है । आज के काल के अनुसार बहन को यह उपहार देना अधिक यथार्थ सिद्ध होगा ।

अर्पणदाताओं, गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में धर्मकार्य हेतु धन अर्पित कर गुरुतत्त्व का लाभ उठाओ !

गुरुपूर्णिमा के दिन गुरु का कृपाशीर्वाद तथा उनसे प्रक्षेपित शब्दातीत ज्ञान सामान्य की अपेक्षा सहस्र गुना कार्यरत होता है । अतः गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में गुरुसेवा एवं धन का त्याग करनेवाले व्यक्ति को गुरुतत्त्व का सहस्र गुना लाभ होता है ।