(कहते हैं) ‘मनुस्मृति तथा रामचरितमानस द्वेष फैलाते हैं, इसलिए उन्हें जला दें !  – बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर

यदि एक राज्य के शिक्षामंत्री ही ऐसा कहें, तो राज्य की शिक्षा कैसी होगी ? इसकी कल्पना करना असंभव है !

रामसेतु को ‘राष्ट्रीय स्मारक’ घोषित करने की याचिका पर फरवरी में होगी सुनवाई !

डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा, ‘अभी तक केंद्र सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में इस संदर्भ में शपथपत्र प्रस्तुत नहीं किया गया है’ !

बलपूर्वक धर्मांतरण को राजनीतिक रंग न दें !

न्यायालय को ऐसा कहना पडे, यह तामिलनाडू सरकार के लिए लज्जास्पद !

(कहते हैं) ‘भाजपा तिरंगा हटाकर देश का राष्ट्रध्वज भगवा करेंगे !’

भारत का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ और पाकिस्तान नाम के इस्लामी देश का निर्माण हुआ । उसने धर्म के आधार पर प्रत्येक काम किए, ध्वज भी धर्म के आधार पर हरा रखा । भारत धर्म के आधार पर हिन्दू राष्ट्र होना अपेक्षित होते हुए भी तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं ने इसे धर्मनिरपेक्ष कर भारत के पुरातन भगवा ध्वज को पीछे डालकर तिरंगा चुना । यदि उस समय भारत हिन्दू राष्ट्र हो जाता, तो भगवा ही राष्ट्रध्वज होता !

‘लश्कर-ए-खालसा’ नामक खालिस्तानी आतंकवादी संगठन के द्वारा भाजपा के नेताओं को दल छोडने की धमकी !

जिहादी आतंकवाद के साथ अब खालिस्तानी आतंकवाद बढ रहा है । इसकी ओर सरकार को गंभीरतापूर्वक देखकर उसकी जडें दृढ होने से पूर्व ही उन्हें नष्ट करना आवश्यक है !

(कहते हैं) ‘मैं हिन्दू हूं; किंतु यह हिन्दुत्व के विरुद्ध है ! – कांग्रेस नेता सिद्धरमैया

राम मंदिर को माध्यम बनाकर राजनीतिक लाभ उठानेवालों के मैं विरुद्ध हुं । भाजपा राम मंदिर का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है सिद्धरमैया ने यह आरोप लगाया । सोशल मीडिया से बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में सर्व धर्म समान हैं ।

बीजेपी शासित ५ राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानून को ‘जमात उलेमा-ए-हिन्द’ ने दी सर्वोच्च न्यायालय में चेतावनी

‘लव जिहाद’ द्वारा होनेवाले धर्मांतरण का समर्थन कौन कर रहा है, अब इसके द्वारा यह स्पष्ट दिख रहा है, इस पर ध्यान दें !

देहली महापौर (मेयर) पद के चुनाव के पूर्व अभूतपूर्व हो-हल्ला !

जनता के चयन किए हुए जन प्रतिनिधि जनता के व्यय से चलनेवाले निगम सभागृह में हो-हल्ला कर करोडों रुपए उडाते (फिजूलखर्ची) हैं, यह लोकतंत्र के लिए हानिकारक ही है ! ऐसे जनप्रतिनिधियों की सदस्यता रद्द करने का अधिकार जनता को मिलना ही चाहिए !

(कहते हैं) ‘भाजप शासित राज्य में पारित ‘लव जिहाद’ का कानून संविधान के विरुद्ध !’

‘लव जिहाद’ का समर्थन करनेवाले एम.आइ.एम. के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का वक्तव्य !

माकपा कार्यकर्ताओं ने त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव देव के पुरखों (पैतृक) के घर की तोडफोड की !

लोकतंत्र के नाम पर हिंसा करनेवाले ऐसे मवाली कार्यकर्ताओं पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !