‘भाजपा बाबरी के उपरांत ज्ञानवापी और ईदगाह मस्जिद को लक्ष्य कर रही है !’
साम्यवादियों ने भारत के इतिहास को नकारा है और जहां संभव होता है उस व्यासपीठ से हिन्दू विरोधी और अल्पसंख्यकों की चमचागिरी करने का प्रयास किया । इसी कारण इस प्रकार के वक्तव्य करना, यह साम्यवादियों का वैचारिक आतंकवाद है !