Gwalior Missionaries Conversion Racket : बजरंग दल की सतर्कता के कारण मध्य प्रदेश में हिन्दुओं के धर्मांतरण का प्रयास विफल !

  • पुलिस ने १८ हिन्दुओं को बचाया

  • पंजाब के चर्च में धर्मांतरण किया जाना था

  • पैसा और विदेश में नौकरी का लालच दिया गया

पातालकोट एक्सप्रेस से हिन्दुओं को बचाया

ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – ग्वालियर के गरीब हिन्दुओं को पंजाब के जालंधर स्थित चर्च में ले जाना तथा वहां उनका धर्मांतरण करने का ईसाइयों द्वारा किया जा रहा प्रयास बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की सतर्कता के कारण विफल हो गया । इस प्रकरण में पुलिस ने १२ मार्च की देर रात पातालकोट एक्सप्रेस से १८ हिन्दुओं को बचाया था । वे सभी श्रमिक वर्ग के थे ।

पुलिस ने दी जानकारी के अनुसार, छिंदवाडा के सेजनाथ सूर्यवंशी एवं विजय कुमार ने इन श्रमिकों को यह लालच दिया कि ‘यदि आप ईसाई धर्म अपना लेते हैं, तो हम आप सभी को एक-एक लाख रुपये देंगे, आपके बच्चों को अच्छे ईसाई स्कूलों में पढाएंगे तथा उन्हें विदेश में नौकरी भी दिलाएंगे ।’ इस प्रलोभन में फंसकर दो ईसाइयों के साथ १८ लोग धर्म परिवर्तन करने के लिए पातालकोट एक्सप्रेस से जालंधर जा रहे थे ।

बंदी बनाया गया आरोपी

जैसे ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं को इसकी सूचना मिली, उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी । पुलिस ने तुरंत विदिशा के गंजबासौदा रेलवे स्टेशन पर पातालकोट एक्सप्रेस को रोक दिया और ११ यात्रियों को बंदी बना लिया गया । इसके पश्चात बीना रेलवे स्टेशन पर ४ और यात्रियों को बंदी बनाया गया । इसके पश्चात पुलिस को सूचना मिली कि कोच नंबर एस-१ में ३ और लोग हैं । जैसे ही पुलिस को शोर सुनाई दिया, तीनों व्यक्ति भागने का प्रयास कर रहे थे, परंतु पुलिस ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोककर उन्हें बंदी बना लिया । पुलिस, इस प्रकरण की गहनता से जांच कर रही है ।

संपादकीय भूमिका 

  • मध्य प्रदेश में धर्मांतरण निषेध कानून होने के उपरांत भी वहां ईसाई हिन्दुओं का धर्मांतरण करने में संलिप्त हैं, जिसका स्पष्ट अर्थ है कि मुसलमानों की भांति कट्टर ईसाई भी कानून का पालन नहीं करते । न केवल कानून बनाना आवश्यक है, परंतु कठोर दंड का प्रावधान करके उसे लागू करना भी आवश्यक है !
  • पुलिस वैसी सतर्कता क्यों नहीं दिखा सकती जैसी हिन्दू कार्यकर्ता दिखा सकते हैं ?
  • हिन्दुओं को अपने धर्म के विषय में शिक्षित करना एवं उनका धार्मिक गौरव बढाना ही उनके धर्मांतरण को रोकने का एकमात्र प्रभावी उपचार है !