अलवर (राजस्थान) मस्जिद के सामने एक हिन्दू परिवार के विवाह की बारात पर मुसलमानों का आक्रमण।
जो मुसलमान मस्जिद के सामने से शादी की बारात का जाना सह नहीं सकते तो उनकी दिनमें ५ बार लाउडस्पीकर से पढ़ी जाने वाली नमाज की आवाज हिंदू क्यों बर्दाश्त करें ?
जो मुसलमान मस्जिद के सामने से शादी की बारात का जाना सह नहीं सकते तो उनकी दिनमें ५ बार लाउडस्पीकर से पढ़ी जाने वाली नमाज की आवाज हिंदू क्यों बर्दाश्त करें ?
झारखंड पुलिस ने शोभायात्रा के पहले इस दृष्टि से जांच की, इसलिए उनका अभिनंदन करना चाहिए ।
वर्ष २०२३ में हुए बम विस्फोट प्रकरण में अपराधियों को पकडने के लिए गई थी एन.आई.ए. की टीम
तालिबान सरकार पुरुषों को भी ऐसा दंड क्यों नहीं देती ?
एक हिन्दू की मौत, तो अन्य एक घायल
ईसाइयों को छत्रपति शिवाजी की मूर्ति लगाने पर आपत्ति ! गोवा राज्य में ईसाई इतने साहसी हो गए हैं कि मंत्रियों पर हमला कर देते हैं ! सरकार को पता लगाना चाहिए कि इस आक्रमण का मुख्य सूत्रधार कौन है और सत्य सामने लाना चाहिए !
हिन्दुओं की शोभायात्राएं जब मस्जिदों के पास से गुजरती है, उस समय उन पर सदैव ही आक्रमण किया जाता है; परंतु कोई भी सरकार इसका ठोस समाधान नहीं निकालती । यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अनिवार्य बनाती है !
यही चर्च का वास्तविक स्वरूप है ! समाज सेवा के नाम पर ईसाई क्या-क्या करते हैं, यह सर्वविदित है । अब ऐसी घटनाओं से चर्च भी मस्जिद के समान ही पत्थर इकट्ठा करता है तथा समय आने पर हिन्दुओं पर आक्रमण करता है, यह ध्यान में आता है !
हल्द्वानी (उत्तराखंड) में मदरसे हो रही कार्यवाही का विरोध करते हुए धर्मांधों का हिंसाचार !
कोलकाता उच्च न्यायालय ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने का दायित्व मुख्यमंत्री को दिया था; लेकिन ममता बनर्जी उस आदेश का सरासर उल्लंघन कर रही हैं ।