Hazaribagh Violence : हजारीबाग (झारखंड) में हिंदू जुलूस पर कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हमला

जुलूस में गाने पर आपत्ति के चलते जामा मस्जिद के पास हमला

हजारीबाग (झारखंड) – रामनवमी से पूर्व निकाले जाने वाले मंगला जुलूस के समय जामा मस्जिद परिसर पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा आक्रमण कर तोडफोड की घटना घटी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और हवा में गोलियां भी चलाईं। फिलहाल यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। हजारीबाग में हर साल होली के बाद और रामनवमी तक हर मंगलवार को जुलूस निकाला जाता है। इसे ‘मंगला’ जुलूस कहा जाता है।

१. मंगला जुलूस के दौरान अखाड़े के लोग ढोल बजाते हुए चल रहे थे। जुलूस के दौरान कुछ गाने बजाए जा रहे थे। जब जुलूस जामा मस्जिद पहुंचा तो मुसलमानों ने इन गीतों पर आपत्ति जताई और बहस शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने जुलूस पर पथराव किया। इसका हिंदुओं द्वारा भी जवाब दिया गया।

२. पथराव के बाद स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पुलिस द्वारा उन्हें शांत करने की कोशिश के बाद भी वे शांत नहीं हो सके। जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिखी तो पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं।

३. हिंदुओं का कहना है कि उनका जुलूस शांतिपूर्ण था, लेकिन कट्टरपंथियों ने जानबूझकर वातावरण खराब किया।

४. हजारीबाग की पुलिस उपायुक्त नैंसी सहाय ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। यह घटना जुलूस के दौरान गाना बजाने के विरोध में हुई।

५. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से अपराधियों की पहचान का काम शुरू कर दिया है।

संपादकीय भूमिका 

  • यह देखते हुए कि हिंदू धार्मिक जुलूसों पर हमेशा मस्जिदों के पास हमले होते हैं, अब इन जुलूसों से पहले मस्जिदों को बंद करना और क्षेत्र में कर्फ्यू लगाना आवश्यक हो गया है।
  • हिन्दुओं को अब ऐसी मस्जिदों पर बुलडोजर चलाने की मांग करनी चाहिए ।
  • यह भी उतना ही सच है कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार कट्टरपंथी मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई करने की संभावना नहीं रखती है।