Jharkhand Muslims Bought Land : झारखंड में जिहादी मुसलमानोें द्वारा १० सहस्र एकड से अधिक भूमि क्रय की गई !

प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफ्आइ) का षड्यंत्र

नई देहली – प्रतिबंधित जिहादी संगठन पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफ्आइ) का एक नया षड्यंत्र उजागर हुआ है । इसके अंतर्गत यह संगठन राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण से (नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स से-एन्आर सी से) बचने के लिए झारखंड के आदिवासी लडकियों से विवाह कर रहे हैं । यह षड्यंत्र क्रियान्वित करने हेतु इस संगठन ने राज्य में १० सहस्र एकड से अधिक भूमि क्रय कर रखी है । गुप्तचर विभाग ने इस संदर्भ में ब्यौरा पुलिस महासंचालक को भेजा है ।

क्या है संपूर्ण प्रकरण ?

गुप्तचर विभाग के ब्यौरे के अनुसार, पीएफ्आइ पर प्रतिबंध लगाने के उपरांत भी संताल भूमि के रूप में पहचाने जानेवाले पाकूर, जामतारा, गोड्डा तथा साहेबगंज जिलाें में इस संगठन का शीघ्र गति से विस्तार हुआ है । राजमहल, उधवा, बरहेत तथा तलजारी ब्लॉक में अयोध्या, जोगटोला, वृंदावन, बालुग्राम, करमटोला, महाराजपुर, तीन पहाड बाजार, जोंका, गंगाटिया तथा पदरकोला समान गावों में जिहादियों ने शीघ्र गति से भूमि क्रय की है । अनेक गावों में उन्होंने शस्त्र के बल पर लोगों की भूमि को बलपूर्वक अपने नियंत्रण में ले लिया है । भय दिखा कर कौडी के मोल पर भूमि क्रय की गई । पीएफ्आइ केवल अपने स्वयं के सदस्यों द्वारा आदिवासी समुदाय की भूमि पर नियंत्रण नहीं प्राप्त करता, अपितु बांग्लादेशी घुसपैठियों को झारखंड में उनकी भूमि एकत्रित करने हेतु तथा चल एवं अचल संपत्ति क्रय करने हेतु निधि भी दे रहा है ।

पीएफ्आइ जिहादी आतंकवादियों के लिए मार्ग तैयार कर रहा है !

पीएफ्आइ के जिहादी कार्यकता एक षडयंत्र के भाग के रूपमें झारखंड के आदिवासी समुदाय की लडकियाें को फंसा कर उनसे विवाह कर रहे हैं, जिससे वे आतंकियों को भारत के अन्य राज्यों में सुरक्षित प्रवेश मिलने हेतु एक मार्ग तैयार कर सकेंगे । अबतक १२ सहस्र से अधिक लडकियों को पीएफ्आइ के कार्यकताओं ने फंसा कर उनसे विवाह किया है ।

संपादकीय भूमिका 

ऐसा होने तक क्या सरकार, प्रशासन तथा पुलिस सोई थी ? ‍वे अब इस पर क्या कार्यवाई करेंगे ? कहीं ऐसा तो नहीं कि झारखंड दूसरा पाकिस्तान होगा ? इसका उत्तर कौन देगा ?