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हजारीबाग (झारखंड) : १३ अप्रैल को झारखंड के झुरझुरी गांव में नौ दिवसीय श्री श्री शतचंडी महायज्ञ के समय एक मस्जिद के पास निकाली गई शोभायात्रा पर मुसलमानों ने पथराव किया । अचानक हुए पथराव से शोभायात्रा में सम्मिलित महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं । इस पथराव के साथ ही आगजनी भी हुई । पत्थरबाजी से अप्रसन्न हिन्दुओं ने यहां सडकों पर प्रदर्शन किया । उन्होंने सडक जाम कर दिया एवं दंगाइयों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की । पुलिस ने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को समझाकर सडक खाली कराई । (धर्मांधों के विरुद्ध कार्रवाई करने के स्थान पर पीडितों को शांतिपूर्वक घर भेजनेवाली पुलिस क्या कभी कानून-व्यवस्था बनाए रख सकेगी ? क्या ऐसी पुलिस पर धर्मांधों द्वारा आक्रमण किए जाने पर भी वे कार्रवाई करेंगी ? – संपादक)
Hazaribagh (Jharkhand): Hindu religious procession attacked with stones near a mosque;
Several Hindu women injured 🚨Similar attacks took place even on Ram Navami!
Why aren’t mosques from where stone-pelting takes place permanently shut down?🔒
The JMM govt in Jharkhand has… pic.twitter.com/IKRuXgBF0X
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 14, 2025
हिंसा के उपरांत पुलिस ने क्षेत्र में कडी सुरक्षा व्यवस्था लगा दी है । (आक्रमण के पश्चात सुरक्षा बढानेवाली पुलिस व्यवस्था करती है ! जब देश में हिन्दू धार्मिक शोभायात्राओं पर मुसलमानों द्वारा आक्रमण किया जाता है, तब पुलिस ने मस्जिद की जांच क्यों नहीं की एवं वहां पुलिस क्यों नहीं तैनात की ? – संपादक)
प्रशासन ने लोगों से किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने का अनुरोध किया है । (प्रशासन ऐसे मुसलमानों के विरुद्ध कार्रवाई करने के स्थान पर ऐसे अनुरोध कर रहा है, जबकि शांति भंग करनेवाले हिन्दू लोग नहीं, अपितु कट्टरपंथी मुसलमान हैं ! – संपादक)
हजारीबाग में हिन्दू शोभायात्राओं पर धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा निरंतर आक्रमण किए जा रहे हैं !हजारीबाग में हिन्दू धार्मिक शोभायात्राओं पर निरंतर आक्रमण होते रहते हैं । इससे पहले २६ फरवरी २०२५ को महाशिवरात्रि के अवसर पर मुसलमानों ने पीडितों पर पत्थरबाजी की थी । इसके उपरांत २६ मार्च २०२५ को झंडा चौक में श्री रामनवमी के पर्व के अवसर पर मंगला शोभायात्रा पर मुसलमानों ने पथराव किया । उस समय पुलिस उपायुक्त नैन्सी सहाय ने कहा था कि शोभायात्रा में बजाए गए कुछ गानों पर दूसरे समुदाय के लोगों ने आपत्ति जताई थी । वहां विवाद हुआ, मारपीट तथा पत्थरबाजी हुई । |
संपादकीय भूमिका
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