त्रिपुरा में इस वर्ष में आजतक ५२ रोहिंग्या घुसपैठियों को बंदी
भारत में घुसपैठ करने के पश्चात ऐसे लोगों को बंदी बनाकर वापस उनके देश भेजने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है, जिससे पुन: ऐसी घुसपैठ नहीं हो !
भारत में घुसपैठ करने के पश्चात ऐसे लोगों को बंदी बनाकर वापस उनके देश भेजने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है, जिससे पुन: ऐसी घुसपैठ नहीं हो !
हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ‘क्या फ्रांस की आग भारत तक आएगी ?’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद में वे ऐसा बोल रहे थे ।
जब बंगाल में हिन्दू बहुसंख्यक हैं तो सूची में मुस्लिम जातियां अधिक क्यों हैं ? कहां गए वे लोग जो कहते हैं कि ‘हिन्दुओं को छोडकर अन्य धर्मों में कोई जाति नहीं है’ ?
बंगाल में लोकतंत्र नहीं, अपितु तानाशाही है, इसका और एक उदाहरण ! ‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र पर प्रतिबंध लगाने पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा फटकार लगाने पर भी तृणमूल कांग्रेस सरकार पर कोई परिणाम नहीं हुआ ।
देश में घुसपैठ कर भारतीय नागरिकता मिलने तक रोहिंग्या पहुंचते हैं, इसके लिए उन्हें उनके देशद्रोही धर्मबंधु सहायता करते हैं, इस ओर पुलिस, प्रशासन और धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक पक्ष कब गंभीरता से देखेंगे ?
केंद्र सरकार ने देहली उच्च न्यायालय में प्रविष्ट एक प्रतिज्ञापत्र में कहा है कि भारत में रहनेवाले रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठियोें का पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों से संबंध है । बडी संख्या में इन घुसपैठियों की उपस्थिति ने देश में सुरक्षा के लिए गंभीर समस्या निर्माण की है ।
क्या देश की सुरक्षा को सर्वाेत्तम प्राधान्य देनेवाली शेख हसीना की ओर से भारतीय राजनेता सीखेंगे ?
मुसलमान बहुल देश की एक महिला मुसलमान प्रधानमंत्री को यह प्रतीत होता है, तो भारत के रोहिंग्या प्रेमी मुसलमान तथा निधर्मीवादियों को ऐसा प्रतीत क्यों नहीं होता ?
राष्ट्रघाती पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केंद्र सरकार कब प्रतिबंध लगाएगी ?, हिन्दुओं की ओर से निरंतर ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है, सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए !
पाकिस्तान दे रहा है आतंवादी प्रशिक्षण, जबकि रोहिंग्या भारत में कानून व्यवस्था के लिए बने हुए हैं चुनौती !