बंगाल में बडी संख्या में हिन्दुओं का धर्मांतरण ! – राष्ट्रीय अन्य पिछडा वर्ग आयोग

  • राज्य के अन्य पिछडे वर्गों की सूची में मुस्लिम जातियां हिन्दुओं से अधिक हैं

  • बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान ले रहे हैं, अन्य पिछडे वर्गों को प्राप्त होने वाले लाभ !

राष्ट्रीय अन्य पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर

नई देहली – बंगाल में अन्य पिछडा वर्ग (ओ.बी.सी.) के कई अन्य जाति के हिन्दुओं को इस्लाम में धर्मांतरित कर दिया गया है । साथ ही, राष्ट्रीय अन्य पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर के अनुसार, बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठिए इन जातियों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं ।

१. हंसराज अहीर ने संवाददाताओं को बताया कि आयोग के दल ने इस वर्ष २५ फरवरी को बंगाल का निरीक्षण दौरा किया था । यहां की पूछताछ में बंगाल की एक सांस्कृतिक संस्था ´कल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट ´ के प्रतिवेदन में कहा गया है कि ‘ऐसी सूचना प्राप्त हुई थी कि, हिन्दुओं ने बडी संख्या में इस्लाम स्वीकार कर लिया है.’ बंगाल में बांग्लादेश के घुसपैठिए मुसलमानों को अन्य पिछडा वर्ग की सूची में सम्मिलित किया गया है । इस सूची में वे सभी सम्मिलित हैं, जो अन्य पिछडा वर्ग में नहीं आते । आयोग को कई आक्षेप पत्र प्राप्त हुए हैं और जांच से ज्ञात हुआ है कि सूची में सम्मिलित लोग बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं । इसमें म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों को भी सम्मिलित किया गया है ।

२. अहीर ने आगे कहा कि अन्य पिछडा वर्ग की सूची में हिन्दुओं से अधिक मुसलमानों के जातिगत नाम हैं । यह उस समय की स्थिति है, जब बंगाल हिन्दू बहुल था । राज्य की इस सूची में १७९ जाति के नाम हैं, जिनमें से ११८ मुस्लिम और ६१ हिन्दू जातियां हैं । बंगाल में सरकार ने इस सूची के साथ स्पष्टरूप से बहुत छेडछाड की है । सूची की श्रेणी ‘ए’ में ९० प्रतिशत मुसलमान हैं, साथ ही श्रेणी ‘बी’ में आधे से अधिक मुसलमान हैं । इस संबंध में पूछे जाने पर सरकार का कहना है कि उनमें से अनेक पूर्व में हिन्दू थे ।

३. अहीर ने कहा कि बंगाल सरकार ने अन्य पिछडा वर्ग की केंद्रीय सूची में ‘कुरैशी’ मुस्लिम जाति को सम्मिलित करने के लिए राष्ट्रीय पिछडा वर्ग आयोग को एक प्रस्ताव भेजा है, किन्तु स्वयं बंगाल सरकार इस जाति को पृथक मान्यता नहीं देती है । विशेष बात यह है कि कुरैशी मुसलमान राज्य की अन्य पिछडी जातियों की सूची में सम्मिलित नहीं हैं ।

संपादकीय भूमिका

  • जब बंगाल में हिन्दू बहुसंख्यक हैं तो सूची में मुस्लिम जातियां अधिक क्यों हैं ? कहां गए वे लोग जो कहते हैं कि ‘हिन्दुओं को छोडकर अन्य धर्मों में कोई जाति नहीं है’ ?
  • इससे यह ध्यान में आता है कि यदि भविष्य में बंगाल मुस्लिम-बहुल हो जाए तो हमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए ! बंगाल के हिन्दुओं की रक्षा के लिए सबसे पहले बंगाल से तृणमूल कांग्रेस सरकार का उच्चाटन होना नितांत आवश्यक है !