Jharkhand Hanuman Katha Permitted : झारखंड उच्च न्यायालय ने दी ‘हनुमान कथा’ कार्यक्रम को अनुमति !

राज्य सरकार के अधिकारियों ने कानून और सुव्यवस्था का प्रश्न उपस्थित कर इस कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी थी ।

महिला न्‍यायाधीश को पी.एफ.आइ. के जिहादियों द्वारा धमकियां ! (PFI Threats Woman Judge)

पी.एफ.आइ. पर प्रतिबंध है । तो भी उसके समर्थक एवं जिहादी कृत्‍य करनेवाले अभी तक कार्यरत हैं, यही इस घटना से दिखाई देता है । इस संगठन को समूल नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को कदम उठाना आवश्‍यक !

VHPA On Gyanvapi : ज्ञानवापी के तलगृह में पूजा का अधिकार मिलने पर विश्‍व हिन्दू परिषद ऑफ अमेरिका ने व्यक्त किया आनंद !

विश्‍व हिन्दू परिषद ऑफ अमेरिका ने आनंद व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि हिन्दू समुदाय ने जो प्रमाण प्रस्तुत किए थे, उसी के आधार पर वाराणसी जिला न्यायालय ने निर्णय दिया है ।

परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना ही सब कुछ नहीं है ! (Delhi HC To IIT Students)

दिल्ली उच्च न्यायालय का ´आई.आई.टी.´ छात्रों को परामर्श !

Puja Started At Gyanvapi : ज्ञानवापी के ‘व्यास’ तलघर में रात्रि से पूजा-अर्चना प्रारंभ !

तलघर में काशी विश्वनाथ का मंदिर है। यह एक स्वयंभू मंदिर था और रहेगा। यदि आप इसे ढक भी दें तो भी यह एक मंदिर ही है। – जितेंद्र नाथ व्यास

Non-Hindus Not Allowed : तमिलनाडु के सभी मंदिरों में अहिन्दुओं पर प्रतिबंध है !

मद्रास उच्चन्यायालय का महत्वपूर्ण निर्णय !
‘मंदिर कोई भ्रमण स्थल नहीं, अपितु एक धार्मिक स्थल है’, यह भी स्पष्ट किया गया !
यदि अहिन्दू मंदिर में प्रवेश करना चाहते हैं, तो उन्हें शपथ पत्र देना होगा कि उन्हें देवताओं में आस्था है !

Kerala PFI Death Penalty : केरल में भाजपा नेता की हत्या करने वाले पी.एफ.आई. के १५ लोगों को फांसी का दंड !

सभी आरोपी प्रतिबंध जिहादी आतंकवादी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्य थे ।

Inter-Religious Marriages : कानूनन प्रक्रिया पूर्ण किए बिना अंतर-धार्मिक विवाह करनेवाले ८ दंपत्तियों को सुरक्षा देने से इलाहाबाद उच्‍च नयायालय ने मना किया !

८ में से ५ मुसलमान युवकों ने हिन्‍दू युवतियों से तथा ३ हिन्‍दू युवकों नें मुसलमान युवतियों से विवाह किया था ।

Gyanvapi Survey : मस्‍जिद के स्‍थान पर पूर्व में मंदिर होने के ३२ प्रमाण मिले ! 

न्‍यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा किए बिना मुस्‍लिमों को स्‍वयं ही ज्ञानवापी मस्‍जिद हिन्‍दुओं को सौंप देनी चाहिए एवं धर्मनिरपेक्षता, निधर्मीवाद, सर्वधर्मसमभाव दिखाना चाहिए !

Allahabad HC On Live-In : भारत कोई पाश्चात्त्य देश नहीं है, जहां ‘लिव इन’ सामान्य संस्कार होता है ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय !

एक प्रकरण की सुनवाई करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ‘लिव इन रिलेशनशिप’ की ओर ध्यान आकर्षित किया है। न्यायमूर्ति शमीम अहमद ने कहा कि भारत कोई पश्चिमी देश नहीं है जहां ‘लिव इन’ सामान्य संस्कार होता है। भारत के लोगों को अपनी संस्कृति और परंपराओं पर गर्व होना चाहिए।