प्रत्येक हिन्दू परिवार ने २ गायों का पालन किया, तो भारत में गोशालाओं की आवश्यकता नहीं पडेगी ! अधिवक्ता आलोक तिवारी, उपाध्यक्ष, जांबाज हिन्दुस्थानी सेवा समिति, उत्तर प्रदेश

सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति हमारे लिए गुरु द्रोणाचार्य की भांति हैं ! परमपूज्य डॉ. आठवलेगुरुजी को देखने पर बहुत ऊर्जा मिलती है । वैसी ही ऊर्जा इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’में सम्मिलित होने पर मिलती है, जो अगले वर्षतक हमारे लिए पर्याप्त होती है ।

‘दी कश्मीर फाइल्स’समान ‘गोवा फाइल्स’ संदर्भ में चर्चा होगी ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

16 जून से गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव!’

फरीदाबाद (हरियाणा) में भव्य ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ के माध्यम से ‘हिन्दू राष्ट्र’ का संकल्प

सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सनातन संस्था की ओर से यहां भव्य ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ निकाली गई । इस शोभायात्रा के माध्यम से १५० से अधिक हिन्दुओं ने ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना के लिए एकत्रित होने का संकल्प लिया ।

उज्जैन (मध्य प्रदेश) में भव्य ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ के माध्यम से ‘हिन्दू राष्ट्र’ का संकल्प

सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ८१ वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ निकाली गई । यहां के हिरा मील रोड पर स्थित अरविंद नगर से धर्मध्वज का अधिवक्ता भानुप्रताप सिंह पँवार के करकमलों द्वारा विधिवत पूजन कर शोभायात्रा प्रारंभ हुई ।

सप्तर्षियों की आज्ञा से सनातन के रामनाथी, फोंडा, गोवा के आश्रम में संपन्न हुआ चंडी याग !

सप्तर्षियों की आज्ञा के अनुसार ब्रह्मोत्सव समारोह के उपरांत १४ एवं १५ मई को हिन्दू राष्ट्र-स्थापना की अडचनें दूर हों, इसके लिए चंडी याग किया गया । इस याग में सप्तशती का पाठ करते हुए आहुतियां दी गईं ।

आनेवाले भक्तों का सर्व प्रकार से ध्यान रखनेवाला ब्रह्मोत्सव समारोह का प्रबंधन एवं सनातन के साधकों के स्व-अनुशासन के हुए दर्शन !

ब्रह्मोत्सव के लिए महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक आदि राज्यों के १० सहस्र से अधिक साधक आए थे । वाहनतल के साथ ही कुल १३ एकड क्षेत्र में संपूर्ण समारोह की व्यवस्था की गई थी । साधक भाव की स्थिति में एवं बिना किसी अडचन के ब्रह्मोत्सव अनुभव कर सकें, इसलिए ब्रह्मोत्सव स्थल पर साधकों की उत्तम व्यवस्था की गई थी ।

धर्म एवं राष्ट्र की हो रही हानि को रोकने हेतु जागृति करनेवाले ग्रंथ

धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र के कारण हो रही भारत की अधोगति रोकने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ की आवश्यकता प्रतिपादित करनेवाला एवं धर्माधिष्ठित राज्यव्यवस्था का महत्त्व विशद करनेवाला ग्रंथ – ‘हिन्दू राष्ट्र क्यों आवश्यक है ?’

शौच की समस्याओं पर प्राथमिक उपचार

‘शौच के लिए अधिक समय बैठना, साथ ही बल (जोर) देना, ये लक्षण हों, तो चौथाई चम्मच ‘सनातन यष्टीमधु (मुलेठी) चूर्ण’, चौथाई चम्मच ‘सनातन आमलकी (आंमला) चूर्ण’ एवं १ चुटकीभर सैंधव (सेंधा) नमक एकत्र कर आधी कटोरी पानी में दोनों समय के भोजन से पहले लें ।

उष्णता के विकारों पर सनातन की आयुर्वेदीय औषधियां

‘उष्णता के विकारों पर (उदा. शरीर पर घमोरियां होना, फुंसी होना, लघुशंका के समय जलन होना) दिन में ३ बार आधी चाय की चम्मच सनातन अडूसा चूर्ण एवं आधी चाय की चम्मच सनातन उशीर (खस) चूर्ण एकत्र कर आधी कटोरी पानी में मिलाकर पीएं । ऐसा लगभग १ से २ सप्ताह करें ।’

सनातन संस्था द्वारा प्रवचन का आयोजन

यहां के बरई गांव व नक्खी घाट में सनातन संस्था द्वारा प्रवचन लिया गया ।