वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव तृतीय दिन (२६ जून) : भारतीय शिक्षा प्रणाली !
‘कर्ता भगवान है !’, श्रीकृष्ण का यह वचन ध्यान में रखकर धर्मकार्य करें ! – रस आचार्य डॉ. धर्मयश, संस्थापक, धर्म स्थापनम् फाउंडेशन, इंडोनेशिया
‘कर्ता भगवान है !’, श्रीकृष्ण का यह वचन ध्यान में रखकर धर्मकार्य करें ! – रस आचार्य डॉ. धर्मयश, संस्थापक, धर्म स्थापनम् फाउंडेशन, इंडोनेशिया
डेहराडून (उत्तराखंड) में ‘वेदशास्त्र रिसर्च एंड फाउंडेशन’ की ओर से हिन्दुत्व का कार्य करनेवालों को ‘हिन्दुत्व आधारस्तंभ’ तथा ‘देवभूमि रत्न’ पुरस्कार प्रदान !
सनातन संस्था हमारा ही कार्य कर रही है । इस प्रदर्शनी के स्थान पर आने के उपरांत यहां से जाने की इच्छा नहीं होती । पिछली बार वाराणसी स्थित आपके सेवाकेंद्र में सवेरे आया, तो शाम तक कैसे समय चला गया पता ही नहीं चला । संस्था के कार्य को हमारा सदैव सहयोग रहेगा !