SANATAN SANSTHA In ABU DHABI : अबू धाबी के ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी की वंदनीय उपस्थिति !

(हार्मनी अर्थात एकसंघता)

रेगिस्तान में निर्मित एवं पश्चिम एशिया का सबसे बडा ‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’!

इस उपलक्ष्य में मंदिर द्वारा १५ फरवरी को आयोजित ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में सनातन संस्था की ओर से सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी वंदनीय श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी उपस्थित थीं । यह मंदिर सभी लोगों को दर्शन के लिए १ मार्च २०२४ से खोला जाएगा ।

श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचितशक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी श्री राम सीता मंदिर के दर्शन करते हुए
श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचितशक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी शंकर पार्वती मंदिर के दर्शन करते हुए
बी.ए.पी.एस. मंदिर में राधाकृष्ण मंदिर

अबू धाबी के हिन्दू मंदिर के संदर्भ में विशिष्ट क्षणिकाएं !

मंदिर द्वारा किया गया सहयोग !

अबू धाबी – यहां आयोजित ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी भी उपस्थित थीं । इस कार्यक्रम से पूर्व सर्व विशेष निमंत्रितों ने मंदिर में जाकर दर्शन किए । श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी को मंदिर की सेविका श्रीमती शीतल टांक ने दर्शन कराए एवं मंदिर के विषय में जानकारी दी । इस अवसर पर मंदिर के पदाधिकारी श्री. रवींद्र कदम उपस्थित थे । इस समय चित्रीकरण करनेवाले साधक श्री. स्नेहल राऊत एवं श्री. विनायक शानभाग को मंदिर की ओर से विशेष पास प्रदान करने में सहायता की गई ।

सनातन संस्था के ३ गुरुओं के नाम से मंदिर के निर्माणकार्य के लिए ३ ईंटें अर्पण !

मंदिर की निर्मिति के लिए सनातन संस्था के ३ गुरुओं के नाम पर दी गई ईंटों का पूजन करतीं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी (जुलाई २०२२)

जुलाई २०२२ में श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी अनुसंधान के निमित्त संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर थीं । २७ जुलाई २०२२ को श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी ने ‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ की भेंट कर उसके निर्माणकार्य का ब्योरा लिया था । उस समय उन्होंने सनातन संस्था के गुरुओं के नाम से (सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले, श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी के नाम से) मंदिर के निर्माणकार्य के लिए ३ ईंटें पूजन कर अर्पण की । इस मंदिर’ के पदाधिकारी श्री. रवींद्र कदम ने मंदिर की विशेषताएं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) गाडगीळजी को विशद की थी ।

मंदिर उद्घाटन के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष कार्यक्रम में वंदनीय उपस्थिति

मंदिर उद्घाटन के उपलक्ष्य में १५ फरवरी को मंदिर की ओर से ‘हार्मनी’ नामक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । मंदिर के प्रमुख महंत स्वामी महाराजजी की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ । इस कार्यक्रम में हिन्दू धर्म के साथ ही मुसलमान, ईसाई, बौद्ध, जैन, ज्यू एवं सिख, इन पंथों के गुरु एवं उनके शिष्य उपस्थित थे । इस समय वेटिकन सिटी चर्च के विशेष प्रतिनिधि, साथ ही इजरायल के ज्यू धर्म के विशेष प्रतिनिधि उपस्थित थे । इस कार्यक्रम में हरिद्वार के अखाडे के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ‘प्रमुख अतिथि’ के रूप में उपस्थित थे । इस कार्यक्रम का सूत्रसंचालन संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति के स्वीय (स्वतंत्र) परामर्शदाता ने किया । स्वामी ब्रह्मविहारीदास महाराज ने स्वागतपर भाषण किया ।

मंदिर की विशेषताएं

‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ संयुक्त अरब अमीरात का प्रथम हिन्दू मंदिर है एवं कुल २७ एकड भूमि पर इस भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है । मंदिर के समीप एक गंगा तट निर्माण किया गया है । इसके साथ ही इस मंदिर में श्री अक्षर पुरुषोत्तम भगवान, श्री राधा-कृष्ण भगवान, प्रभु श्रीराम-सीता, श्री शिव-पार्वती, भगवान जगन्नाथ, भगवान श्रीनिवास-पद्मावतीदेवी एवं भगवान अय्यप्पा स्वामीजी के भी मंदिर हैं ।

बी.ए.पी.एस. मंदिर में जगन्नाथ का मंदिर
मंदिर में स्थापित (बाएं से) परब्रह्म पुरुषोत्तम भगवान श्री स्वामीनारायण एवं अक्षरब्रह्म श्री गुणातीतानंद स्वामीजी की मूर्तियां
भगवान श्री स्वामीनारायण की मूर्ति पर जलाभिषेक करतीं (बाएं से) श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी

बी.ए.पी.एस. (बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्था) मंदिर की ओर से उद्घाटन के कार्यक्रम में उपस्थित रहने के संदर्भ में अधिकृत निमंत्रण मंदिर के पदाधिकारी श्री. रवींद्र कदम ने अक्टूबर २०२३ में मंदिर की ओर से श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी को उद्घाटन के कार्यक्रम में उपस्थित रहने का निमंत्रण भेजा था ।

बी.ए.पी.एस. मंदिर में दिव्य घटनाओं के कुछ सुंदर नक्काशीदार चित्र!