नेपाल में उप प्रधानमंत्री के साथ ४ मंत्रियों का त्यागपत्र
नेपाल के पुष्प कमल दहल प्रचंड की सरकार के उप प्रधानमंत्री राजेंद्र सिंह लिंगडेन के साथ राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के (आर.पी.पी.) ४ मंत्रियों ने त्यागपत्र दे दिया है ।
नेपाल के पुष्प कमल दहल प्रचंड की सरकार के उप प्रधानमंत्री राजेंद्र सिंह लिंगडेन के साथ राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के (आर.पी.पी.) ४ मंत्रियों ने त्यागपत्र दे दिया है ।
अब तक ऐसी घटनाएं संसद और राज्य विधानसभाओं मेंप्राय: देखी जाती रही थीं किन्तु अब ऎसा अनाचार नगर निगमों तक पहुंच गया है औरआगामी भविष्य में ग्राम पंचायतों में भी ऐसा होने की संभावना है। इससे स्पष्ट होता है कि देश में लोकतंत्र की स्थिति चिंताजनक हो गई है!
इससे स्पष्ट दिखाई देता है कि जिहादी संगठन के राजनीतिक दल संविधान द्वारा दिए अधिकार का किस प्रकार दुरुपयोग करने का प्रयास कऱते हैं ! अब इस दल पर भी प्रतिबंध लगाना आवश्यक !
नेपाल में साधारण एक माह से पूर्व अनेक पक्षों को साथ लेकर प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड ने युति सरकार की स्थापना की थी; परंतु सत्ता में सम्मिलित राष्ट्रीय स्वतंत्र पक्ष द्वारा (आर्.एस्.पी.ने) समर्थन वापस लेने के कारण सरकार संकट में आ गई है ।
हिन्दुओं में ‘धर्म’ नाम की एक संकल्पना है । उसका अर्थ ‘कर्तव्य’ होता है । स्वयं का काम ईमानदारी से करना, यह मेरा कर्तव्य है । बचपन से मेरे ऊपर भी ये संस्कार हुए हैं ।
यदि पाकिस्तान की परिस्थिति में सुधार न हुआ, तो सहस्रों निर्वासित पाकिस्तान छोडकर विश्व में कहीं भी जाएंगे । भारत पर भी उसका व्यापक प्रभाव होगा ।
यदि एक राज्य के शिक्षामंत्री ही ऐसा कहें, तो राज्य की शिक्षा कैसी होगी ? इसकी कल्पना करना असंभव है !
तेलंगाना में यह सत्तारूढ भारत राष्ट्र समिति पक्ष (पार्टी) की तानाशाही है । चूंकि सरकार इस घटना में दोषियों के विरुद्ध कुछ नहीं करेगी, इसलिए केंद्र सरकार को इसमें हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है !
विदेशों से ब्रिटन में पढने आने वाले सभी छात्रों में एक चौथाई अकेले भारत से हैं । साथ ही भारतीय निवेश के कारण पूरे ब्रिटेन में लगभग ९५ सहस्र लोगों को जीविका (नौकरी) भी मिलती है । ऐसा वृत्त सामने आ रहा है कि ब्रिटेन और भारत के मध्य व्यापार समझौते पर अभी भी चर्चा चल रही है ।
वंजारा ने ‘प्रजा विजय पक्ष’ की स्थापना की !