भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन पर भ्रष्टाचार का आरोप

वाशिंग्टन (अमेरिका) – भारत में मतदान की प्रतिशतता बढाने हेतु २ करोड १० लाख डॉलर्स (१८२ करोड रुपए) देने की क्या आवश्यकता है ? भारत के मतदान के प्रतिशत से हमें क्या करना है ? हमें भी बहुत अडचने हैं हमें हमारे मतदान की प्रतिशतता बढानी है; परंतु क्या यह पैसा भारत को वास्तव में मिला है ? क्या आपको ज्ञात है कि यह पैसा भारत काे मिला और उन्होंने व्यय किया ? ऐसा नहीं होता । उन्होंने उसे भेजनेवालों को वापस किया, अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘रिपब्लिकन गवर्नर्स एसोसिएशन’ की बैठक में भाषण करते समय ऐसा स्पष्ट किया । भाजपा की सूचना तंत्रज्ञान शाखा के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्रम्प के वक्तव्य का वीडियो एक्स पर शेअर किया है । इससे पूर्व ट्रम्प ने दावा किया था कि यह पैसा भारत काे दिया गया है । अभी के वक्तव्य से ट्रम्प ने यह पैसा देनेवाले भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है ।
🚨 Trump Slams USAID Funding to India! 🚨
US President Donald Trump has sparked controversy by labeling the $21 million USAID funding allocated for “voter turnout” in India as “a kickback scheme”.
He also accused former President Joe Biden of corruption and pointed out that… pic.twitter.com/LVnxfTzMkq
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 21, 2025
बांग्लादेश को भी २ करोड ९० लाख डॉलर्स दिए ! – ट्रम्प ने दी जानकारी
बांग्लादेश की राजनीतिक परिस्थिति सुधारने हेतु २ करोड ९० लाख डॉलर्स दिए गए जबकि नेपाल की जैवविविधता के लिए १ करोड ९० लाख डॉलर्स की निधि दी गई, ट्रम्प ने भाषण के समय ही ऐसी जानकारी दी । (वाास्तव में यह पैसा इसके लिए व्यय हुआ अथवा शेख हसीना की सरकार को गिराने हेतु हुआ, इसकी जानकारी भी ट्रम्प को देनी चाहिए ! – संपादक)
डोनाल्ड ट्रम्प ने आगे कहा कि बांग्लादेश की राजनीतिक परिस्थिति सुधारने हेतु २ करोड ९० लाख डॉलर्स देने की आवश्यकता ही क्या है ? राजनीतिक परिस्थिति के विषय में किसी को भी कुछ भी ज्ञात नहीं है । नेपाल के वित्तीय संघराज्यवाद के लिए २ करोड तथा जैवविविधता के लिए १ करोड ९० लाख डॉलर्स दिए गए तथा एशिया के शिक्षा क्षेत्र में सुधार करने हेतु ४ करोड ७० लाख डॉलर्स व्यय किए गए । हम इन सभी बातों की चिंता क्यों कर रहे हैं ? हमारे पास अधिकांश विषय प्रलंबित हैं । अब हम इन्हें समाप्त करेंगे ।