प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस्राइल के नवनियुक्त प्रधानमंत्री नेतान्याहू का अभिनंदन

इस्राइल के इतिहास में सर्वाधिक कालावधि के लिए प्रधानमंत्री पद पर रहे ७३ वर्षीय बेंजामिन नेतान्याहू पुन: प्रधानमंत्री पद का दायित्व संभालेंगे । इस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेतान्याहू का अभिनंदन किया ।

अमेरिका में एक दशक में ४५० राजनीतिक हत्याएं हुईं ।

इससे भारत एवं अन्य विकासशील देशों को समुपदेशों की घुट्टी (डोस) पिलानेवाली अमेरिका में कानून तथा सुरक्षा की स्थिति क्या है, यह ध्यान में आता है !

तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता द्वारा २०० मुर्गियों और शराब की बोतलों का वितरण !

इस प्रकार की तमोगुणी सामग्री अब तक गुप्त रूप से लोगों को बांटी जा रही थीं । अब इसे खुलेआम किया जा रहा है, यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है !

गुलाम नबी आजाद द्वारा ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ नामक नए पार्टी की घोषणा

जम्मू-कश्मीर के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के भूतपूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने नवरात्रि के प्रथम दिन अपने नए पार्टी की घोषणा की । उन्होंने इस पार्टी का नाम ‘डेमाक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा है ।

जनप्रतिनिधि कानून में अनेक सुधार करने की चुनाव आयोग की केंद्र शासन को सिफारिश

आधिकारिक ढंग से चंदे की कितनी भी सीमा तय की गई, तो भी ‘चुनाव में काले पैसे का प्रयोग कैसे होता है’, यह अधिकतर नागरिकों को ज्ञात है तो फिर यह चुनाव आयोग को कैसे नहीं दिखता ?

कांग्रेस के शासनकाल में ६० प्रतिशत और भाजपा के शासनकाल में ९५ प्रतिशत विरोधी पक्ष के नेताओं की जांच !

पिछले १८ वर्षों में कांग्रेस और भाजपा की सरकारों के समय लगभग २०० नेताओं पर सीबीआई ने अपराध प्रविष्ट किए, छापे मारे, उन्हे बंदी बनाया अथवा उनकी जांच की , जिसमें से ८० प्रतिशत नेता विपक्षी पक्षों के थे ।

गोवा में राजकीय भूकंप : काँग्रेस के ८ विधायक भाजप में !

गोवा के राजकीय क्षेत्र में भारी उलटा-पलटी होने से काँग्रेस के ११ में से ८ विधायकों ने भाजप में प्रवेश किया है ।

राजनीतिक दलों द्वारा किए जानेवाले धार्मिक चिन्ह तथा नामों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की मांग

सय्यद वसीम रिजवी ने सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की है । उसमें यह मांग की है कि राजनीतिक दलों द्वारा धार्मिक चिन्ह तथा नामों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ।

जनता को आश्वासन देने के संदर्भ में चुनाव आयोग राजनीतिक दलों पर कैसे प्रतिबंध लगा सकता है ? – सर्वाेच्च न्यायालय

चुनाव के समय जनता को निःशुल्क वस्तु देने के विरुद्ध याचिका प्रविष्ट की गई ।

‘यदि हमने इस प्रकार (वन्दे मातरम्) नहीं कहा, तो क्या हमें कारागृह में डालेंगे ?’

जिन क्रांतिकारियाें ने ‘वन्दे मातरम्’ का उद्घोष करते हुए भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करवाई, उसी भारत में रह कर ‘वन्दे मातरम्’ नहीं कहूंगा’, ऐसी उद्दंडता दिखानेवाले लोगों को क्या भारत में रहने का अधिकार है ?