संसद में फ़िलिस्तीन के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए अधिवक्ता पू. हरिशंकर जैन की राष्ट्रपति से मांग !
नई देहली – एम.आई.एम. पार्टी नेता तथा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के शपथ ग्रहण के अवधि में उन्होंने ‘जय भीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन’ जैसे नारे लगाए और अल्लाहु अकबर (अल्लाह महान है) का नारा लगाया। इसी के चलते औवेसी का कड़ा विरोध हो रहा है। मांग की जा रही है कि उनकी सदस्यता निरस्त कर देनी चाहिए । बीजेपी के अनेक सांसदों ने ओवैसी की घोषणाओं का विरोध किया है।
Disqualify Asaduddin Owaisi for his ‘Jai Palestine’ slogan, citing foreign allegiance
– H.H. @adv_hsjain writes to President Droupadi Murmu seeking Owaisis Disqualification from Lok Sabha by virtue of article 102It is not surprising to hear such statements from people like… pic.twitter.com/391UYghik0
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 26, 2024
इस संबंध में अधिवक्ता पी. हरिशंकर जैन ने संविधान की धारा १०२ और १०३ के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी के विरुद्ध राष्ट्रपति से आपत्ति की है। वकील अमिता सचदेवा तथा वकील विभोर आनंद ने भी लोकसभा सचिवालय में इसी प्रकार की आपत्ति की है। बीजेपी विधायक टी. राजा सिंह ने कहा, यदि तुम्हें फ़िलिस्तीन इतना प्रिय है तो बंदूक उठाओ और फ़िलिस्तीन चले जाओ। इस बात से उन्मत औवेसी ने कहा कि उन्होंने जो भी कहा, सबके समक्ष कहा।
संसद के वर्तमान नियमों के अनुसार, किसी भी सदन का सदस्य किसी विदेशी राज्य (देश) के प्रति निष्ठा दिखाता है तो उसे लोकसभा या किसी भी सदन की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जा सकता है।
@asadowaisi must be disqualified as member of parliament by virtue of Article 102 (1) (d) of the Constitution of India. https://t.co/cdsuir9BIo
— Vishnu Shankar Jain (@Vishnu_Jain1) June 25, 2024
संपादकीय भूमिकायद्यपि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि ऐसे वक्तव्य ओवेसी जैसे भारत-विरोधी लोगों द्वारा दिए जाते हैं, उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए क्योंकि उनके वक्तव्य फिलिस्तीन के प्रति नीष्ठा दिखाते हैं, यानी मातृभूमि के के स्थान पर इस्लाम के प्रति निष्ठा है! |