शिमला (हिमाचल प्रदेश) के जैन मंदिर में वस्त्रसंहिता लागू !

देश के सभी मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू करना आवश्यक है । मंदिर समितियों, प्रशासन और श्रद्धालुओं को मिलकर इसके लिए प्रयत्न करना चाहिए !

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के दूसरे दिन ‘मंदिर मुक्ति अभियान’ के सत्र में मान्यवरों ने दिए भाषण

कोल्हापुर की श्री महालक्ष्मीदेवी की मूर्ति की प्रतिदिन अवहेलना हो रही है । यह सब मंदिरों के सरकारी अधिग्रहण का दुष्परिणाम है, इसे ध्यान में लेकर इन मंदिरों को शीघ्रातिशीघ्र सरकारी नियंत्रण से मुक्त करना ही इसका एकमात्र उपाय है ।

केदारनाथ मंदिर के गर्भ ग्रह की भीतियों पर लगाए गए सोने का पीतल में रूपांतर होने का पुजारियों का आरोप

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने आरोप नकार दिया !

जापान में मंदिर पर आक्रमण के उपरांत मुसलमानों का हो रहा है विरोध !

२० वर्षाें में जापान के मुसलमानों की जनसंख्या २० सहस्र से २ लाख हो गई है !

महाराष्ट्र के पश्चात अब उत्तराखंड के ३ मंदिरों में भी वस्त्रसंहिता लागू !

महाराष्ट्र के अनेक मंदिरों में भक्तों को प्रवेश करने हेतु वस्त्रसंहिता लागू करने का अभिनंदनीय निर्णय लिया गया है । महाराष्ट्र के पश्चात अब उत्तराखंड राज्य के ३ मंदिरों में भी महिलाओं एवं युवतियों के लिए वस्त्रसंहिता लागू की गई है ।

अहिल्यानगर के श्री विशाल गणपति मंदिर के साथ १६ मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू होगी ! – महाराष्ट्र मंदिर महासंघ

मंदिरों की पवित्रता, मांगल्य, शिष्टाचार तथा संस्कृति को बचाने हेतु नागपुर तथा अमरावती के पश्चात अब यहां के १६ मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू करने का निर्णय लिया गया है ।

अयोध्या में श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से होगी !

समारोह दिसंबर अथवा जनवरी में होगा !
राष्ट्रीय स्तर पर ७ दिनों का उत्सव मनाया जाएगा !

हिन्दुओं के मंदिरों में स्वच्छता नहीं होती ! – केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी

बिना स्वच्छता के जहां मनुष्य को ही अच्छा नहीं प्रतीत होता, क्या वहां ईश्वर को अच्छा प्रतीत होगा ? जहां स्वच्छता होती है, वहां ईश्वर का निवास होता है, इसे ध्यान में लेकर हिन्दुओं के मंदिरों में स्वच्छता आवश्यक है ! इसलिए हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देने की आवश्यकता है !

जूनागड (गुजरात) में अवैध मजारों तथा दरगाहों को हटाने पर मुसलमानों का विरोध !

मंदिरों पर कार्रवाई रोकने के लिए हिंदू एक स्वर में विरोध नहीं करते, इसके विपरीत मजारों तथा दरगाहों पर कार्रवाई के विरोध में हजारों कानूनद्रोही मुसलमान सीधे रास्ते पर ही उतरते हैं ! तो भी पुरो(अधो)गामी सदा हिन्दुओं को ही आक्रमक तथा हिंसक ठहराते हैं !