पुरी की भगवान जगन्नाथ की जगप्रसिद्ध यात्रा आज से प्रारंभ !
२५ लाख श्रद्धालुओं के सम्मिलित होने की संभावना !
२५ लाख श्रद्धालुओं के सम्मिलित होने की संभावना !
देश के सभी मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू करना आवश्यक है । मंदिर समितियों, प्रशासन और श्रद्धालुओं को मिलकर इसके लिए प्रयत्न करना चाहिए !
कोल्हापुर की श्री महालक्ष्मीदेवी की मूर्ति की प्रतिदिन अवहेलना हो रही है । यह सब मंदिरों के सरकारी अधिग्रहण का दुष्परिणाम है, इसे ध्यान में लेकर इन मंदिरों को शीघ्रातिशीघ्र सरकारी नियंत्रण से मुक्त करना ही इसका एकमात्र उपाय है ।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने आरोप नकार दिया !
२० वर्षाें में जापान के मुसलमानों की जनसंख्या २० सहस्र से २ लाख हो गई है !
महाराष्ट्र के अनेक मंदिरों में भक्तों को प्रवेश करने हेतु वस्त्रसंहिता लागू करने का अभिनंदनीय निर्णय लिया गया है । महाराष्ट्र के पश्चात अब उत्तराखंड राज्य के ३ मंदिरों में भी महिलाओं एवं युवतियों के लिए वस्त्रसंहिता लागू की गई है ।
मंदिरों की पवित्रता, मांगल्य, शिष्टाचार तथा संस्कृति को बचाने हेतु नागपुर तथा अमरावती के पश्चात अब यहां के १६ मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू करने का निर्णय लिया गया है ।
समारोह दिसंबर अथवा जनवरी में होगा !
राष्ट्रीय स्तर पर ७ दिनों का उत्सव मनाया जाएगा !
बिना स्वच्छता के जहां मनुष्य को ही अच्छा नहीं प्रतीत होता, क्या वहां ईश्वर को अच्छा प्रतीत होगा ? जहां स्वच्छता होती है, वहां ईश्वर का निवास होता है, इसे ध्यान में लेकर हिन्दुओं के मंदिरों में स्वच्छता आवश्यक है ! इसलिए हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देने की आवश्यकता है !
मंदिरों पर कार्रवाई रोकने के लिए हिंदू एक स्वर में विरोध नहीं करते, इसके विपरीत मजारों तथा दरगाहों पर कार्रवाई के विरोध में हजारों कानूनद्रोही मुसलमान सीधे रास्ते पर ही उतरते हैं ! तो भी पुरो(अधो)गामी सदा हिन्दुओं को ही आक्रमक तथा हिंसक ठहराते हैं !