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जूनागड (गुजरात) – यहां ऊपरकोट किले का परिसर अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान प्रशासन ने आरंभ किया है । इसके अंतर्गत की जानेवाली कार्रवाई में अनेक अवैध मंदिरों, मजारों तथा दरगाहों को ध्वस्त किया गया; मात्र स्थानीय मुसलमान इसे धार्मिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं । यह अभियान आरंभ होने के उपरांत २ हजार मुसलमानों ने एकत्रित होकर उसका विरोध करने का प्रयास किया ।
२६ मई २०२३ को प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का अभियान आरंभ किया । २६ मई की आधीरात को २ बजे जूनागड के नगरसेवक अदरेमान पंजा, आसिफ सांड, वहाब कुरैशी के साथ अनुमानित २ हजार मुसलमान एकत्रित हुए । इसमें स्थानीय मौलवी (इस्लाम के धार्मिक नेता), मुफ्ती (शरीयत कानून के जानकार) तथा मौलाना (इस्लामी अभ्यासक) सम्मिलित थे । उन्होंने प्रशासन की कर्रवाई रोकने का प्रयास किया; परंतु प्रशासन ने भारी पुलिस बल की उपस्थिति में कार्रवाई जारी रखी ।
अवैध निर्माण हटाने का चला अभियान तो रातोंरात जुट गए 2000 मुस्लिम, मुस्तैद प्रशासन ने फिर भी नहीं रोकी कार्रवाई: गुजरात के जूनागढ़ का मामला#Gujarat #Junagadh https://t.co/6ZvjbuCPM6
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) May 29, 2023
१७८ मजारों के साथ ११ मंदिरों पर कार्रवाई !
राज्य सरकार ने ७० करोड व्यय कर जूनागड में ऊपरकोट किले का जीर्णोद्धार कराया है । यह किला अब सामान्य लोगों के लिए खोला जाएगा । इसलिए प्रशासन ने किले के आसपास का परिसर अवैध अतिक्रमण से मुक्त करने का अभियान हाथ में लिया है । इसके अंतर्गत ११ मंदिर तथा १७८ मजार ध्वस्त किए गए ।
कार्रवाई के विरोध में मुसलमानों के द्वारा न्यायालय में याचिका प्रविष्ट !
ऊपरकोट में अतिक्रमण के विरोध में आरंभ अभियान के विषय में मुसलमान गुट ने गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट कर उसपर तत्काल सुनवाई करने की मांग की है ।
संपादकीय भूमिकामंदिरों पर कार्रवाई रोकने के लिए हिंदू एक स्वर में विरोध नहीं करते, इसके विपरीत मजारों तथा दरगाहों पर कार्रवाई के विरोध में हजारों कानूनद्रोही मुसलमान सीधे रास्ते पर ही उतरते हैं ! तो भी पुरो(अधो)गामी सदा हिन्दुओं को ही आक्रमक तथा हिंसक ठहराते हैं ! |