वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का पांचवां दिन (२८ जून) : मंदिर संस्कृति की रक्षा के प्रयत्न
श्री तुलजाभवानी मंदिर की दानपेटी में अर्पण पैसे और आभूषणों में भ्रष्टाचार हुआ है । ठेकेदारों और विश्वस्तों ने मिलीभगत कर मंदिर की संपत्ति की लूटपाट की ।
श्री तुलजाभवानी मंदिर की दानपेटी में अर्पण पैसे और आभूषणों में भ्रष्टाचार हुआ है । ठेकेदारों और विश्वस्तों ने मिलीभगत कर मंदिर की संपत्ति की लूटपाट की ।
विदेशों में जो जिहादी आतंकवादी नहीं कर रहे, वह खालिस्तानी कर रहे हैं । भारत सरकार को ऐसे लोगों की नकेल कसने का प्रयास करना चाहिए !
जमाव ने अक्रम की पिटाई कर उसे पुलिस के नियंत्रण में दिया ।
प्राचीन काल में मंदिर केवल पूजा-पाठ के केंद्र नहीं थे, अपितु सर्वांगीण विकास के केंद्र थे । स्वतंत्रता संग्राम में मंदिर स्वतंत्रतासेनानियों के लिए शक्तिकेंद्र बने थे । उसके उपरांत मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना अल्प हुआ ।
गाजीपुर जिले के देवरिया और सब्बलपुर खुर्द गांव स्थित देवी दुर्गा के मंदिरों में चोरी की घटना को पूर्ण किया गया। दोनों ही मामलों में, देवी की मूर्ति को चढ़ाए गए सोने के गहने चोरों द्वारा छीन लिए गए थे।
इस वास्तविकता को समाज के सामने रखना आवश्यक है क्योंकि जिहादी आतंकवादियों ने कश्मीर में हिन्दुओं सहित हजारों हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण किया और हिन्दुओं को अपनी ही भूमि से विस्थापित होना पड़ा, इसके कारण ये मंदिर उपेक्षित रह गए !
फरीदाबाद (हरियाणा) में श्री कालीमाता मंदिर के बाहर की घटना।
यह घटना २६ जून की है। इस प्रकरण में हिन्दू समर्थक संगठनों की ओर से की गई आपत्ति के पश्चात पुलिस ने यह कार्यवाही की। हिन्दू संगठनों ने मांग की है कि दोनों आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त किया जाए।
ध्यान दें कि सरकार मदरसों को सैकड़ों करोड़ रुपये का अनुदान दे रही है तथा वे उनसे हिन्दूओं पर ही घात करवा रही है!
चाहे भारत हो अथवा पाकिस्तान हिन्दुओं का कोई त्राता नहीं है, यही स्थिति है ! इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु भारत के हिन्दुओं को संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने की आवश्यकता है !