मंदिर में स्थित मूर्ति भी चुराई गई !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों की घटनाएं निरंतर बढ रही हैं । देश के विभिन्न भागों में हिन्दुओं के मंदिरों में तोडफोड किए जाने की घटनाएं सामने आई हैं । अब सिंध प्रांत में ऐसी ही एक घटना हुई है । यहां के श्रीराममंदिर में स्थित मूर्तियां हटाई गई हैं । सिंध प्रांत के तांडो आदम शहर में स्थित कच्छी कॉलोनी परिसर में यह श्रीराममंदिर स्थित है । ७ जून की रात को कुछ अज्ञात लोगों ने इस मंदिर में लगा ताला तोडकर अंदर प्रवेश किया तथा अंदर रखी हुई मूर्तियां तथा श्रीमद्भगवद्गीता ग्रंथ की प्रतियां ले गए । यहां लूटपाट करने के साथ ही मंदिर में तोडफोड भी की गई ।
Yet another temple attack in Pakistan.
Mu$|!m fanatics vandalise Shri Ram Mandir in Sindh Province, Pakistan; desecrate, and cover Hindu religious symbols, steal deities’ vigrahas, and copies of Geeta
📍Nawabshah District, Sindh
👉 Be it India or #Pakistan, Hindus have always… pic.twitter.com/teYMGMDCtF
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 11, 2024
मंदिर का जीर्णोद्धार नहीं होने दिया जाता !
पाकिस्तान के ‘वॉईस ऑफ माइनॉरिटी’ नाम के ‘एक्स’ खाते से इस मंदिर में स्थित मूर्तियों के हटाए जाने की तथा तोडफोड की जानकारी दी गई है, साथ ही इस वीडियो भी प्रसारित किया गया है, जिसमें मंदिर की दयनीय स्थिति दिखाई गई है । स्थानीय हिन्दुओं ने अनेक बार इस मंदिर का जीर्णाेद्धार करने का प्रयास किया गया; परंतु उसमें बार-बार बाधाएं उत्पन्न की गईं ।
पाकिस्तान में हिन्दुओं के मंदिरों को गिराए जाने की अनेक घटनाएं हुई हैं । इस वर्ष खैबर पख्तुनवा प्रांत में पाकिस्तान-अफगाणिस्तान सीमा के निकट स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर गिराया गया । मंदिर गिराने के उपरांत उसी स्थान पर एक व्यापारी संकुल का निर्माण किया गया । वर्ष १९४७ में इस क्षेत्र के मूल निवासियों के द्वारा स्थानांतरण करने के उपरांत इस मंदिर को बंद किया गया । वर्ष १९९२ में अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराए जाने के उपरांत मुसलमानों ने इस मंदिर पर आक्रमण उसे क्षति पहुंचाई थी ।
इस्लामाबाद के श्रीराममंदिर में पूजा की अनुमति नहीं !
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक ऐतिहासिक श्रीराममंदिर है । इस मंदिर का निर्माण १६ वीं शताब्दी में किया गया है । भगवान श्रीराम उनके १४ वर्ष के वनवास में उनकी पत्नी सीतामाता तथा भाई लक्ष्मण के साथ यहां कुछ समय तक रहते थे, ऐसी यहां के हिन्दुओं की मान्यता है । मंदिर को लगकर ही एक तालाब है, जिसे ‘राम कुण्ड’ कहते हैं । भगवान श्रीराम ने यहां जलपान किया था, ऐसी मान्यता है । इसके कारण इस मंदिर को ‘राम कुण्ड मंदिर’ कहते हैं; परंतु हिन्दुओं को इस मंदिर में पूजा की अनुमति नहीं है तथा यहां की मूर्तियां भी हटाई गई हैं ।
उक्त चित्र एवं वीडियो प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक |
संपादकीय भूमिकाचाहे भारत हो अथवा पाकिस्तान हिन्दुओं का कोई त्राता नहीं है, यही स्थिति है ! इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु भारत के हिन्दुओं को संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने की आवश्यकता है ! |