भारत में खरी समता है ! – तसलीमा नसरीन
मुसलमान, सिक्ख, दलित, महिला, एक नास्तिक अथवा आदिवासी व्यक्ति भी भारत का राष्ट्रपति या राज्य का प्रमुख बन सकता है । कई तथाकथित सभ्य एवं स्वयं को उदारमतवादी कहनेवाले देश ऐसी उदारता नहीं दिखा सकते’, ऐसा ट्वीट बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने किया है ।