श्रीकृष्ण जन्मभूमि के संदर्भ में भी ज्ञानवापी की भांति ही निर्णय आएगा ! – स्वामी रामभद्राचार्य महाराज

उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में संपूर्ण वातावरण राममय हुआ है । ‘विरोधी यदि श्री रामलला (श्रीराम का बालक रूप) के मंदिर में नहीं जाते, तो उन्हें हिन्दुओं के मत लेने का क्या अधिकार है ?’

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे को झारखंड में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति संपर्क अभियान’ में मिला उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

श्यामडीह, कतरास के सरस्वती शिशु मंदिर में कक्षा ९ वीं से १२ वीं तक के छात्रों के लिए ‘भारतीय संस्कृति की विशेषताएं एवं लव जिहाद की वास्तविकता’, इन विषयों पर मार्गदर्शन किया गया ।

हिन्दुओ, हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु अपने इष्टदेवता का अथवा ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ नामजप प्रतिदिन अधिकाधिक करें !

हिन्दू राष्ट्र स्थापित हो जाने के उपरांत रामराज्य में उसका रूपांतरण हो; इस हेतु साधकों सहित सभी लोग न्यूनतम २ घंटे ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ नामजप करें !

प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना से सूक्ष्म स्तर पर होनेवाले परिणाम !

श्रीराम की कृपा के कारण समस्त हिन्दुओं में श्री दुर्गादेवी एवं हनुमान का तत्त्व जागृत होकर उनके द्वारा राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति का कार्य होगा

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संगठित प्रयासों की आवश्यकता ! – विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री, छत्तीसगढ

रायपुर में एक दिवसीय छत्तीसगढ हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन !
‘हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति’ की की गई स्थापना !

Rajeev Dhavan : हम धीरे-धीरे हिन्दू राष्ट्र की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं ! – मुस्लिम पक्षकारों के अधिवक्ता राजीव धवन

यदि हां, तो अधिवक्ता धवन को उदरशूल क्यों होता है ? क्या वे चाहते हैं कि भारत इस्लामिस्तान बन जाये ?

हिन्‍दू राष्ट्र की घोषणा किसी भी क्षण हो सकती है ! – श्री महंत हरि गिरीजी महाराज, अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक, श्री पंचदशनाम जूना अखाडा

श्री पंचदशनाम जूना अखाडा के आंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्री महंत हरि गिरीजी महाराज ने वक्‍तव्‍य देते हुए कहा, ‘‘अयोध्‍या में अब भव्‍य श्रीराममंदिर का निर्माण हो गया है ।

अयोध्या में प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा, सूक्ष्म स्तर पर रामराज्य का, अर्थात हिन्दू राष्ट्र का प्रारंभ है !

२२.१.२०२४ को अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला की मूर्ति की विधिवत प्राणप्रतिष्ठा होगी । इस प्राणप्रतिष्ठा के कारण अयोध्या से साक्षात श्रीराम के स्पंदन भारत में ही नहीं, अपितु संपूर्ण पृथ्वी पर नियमित रूप से प्रक्षेपित होंगे । यह एक प्रकार से प्रभु श्रीराम का सूक्ष्म स्तरीय अवतरण है ।

रामराज्य की बेला…!

मंदिर के माध्यम से रामतत्त्व कार्यरत होगा तथा उसके लिए आध्यात्मिक प्रेरणा मिलेगी । अतएव रामभक्त अब अपनी उपासना की गति बढाएं तथा राष्ट्रोत्थान के कार्य में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए संगठित रूप से समर्पित हो जाएं, तो रामराज्य की प्रभात दूर नहीं !

सभी हिन्दू मंदिर स्वतंत्र होंगे, उस दिन भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने से कोई नहीं रोक सकता ! – पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी, सर्वाेच्च न्यायालय

रामजन्मभूमि के अभियोग (मुकदमे) में हिन्दू महासभा की ओर से सर्वाेच्च न्यायालय में पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी ने अभियोग लडा था । अयोध्या में निर्माण होनेवाले श्रीराम मंदिर और पुन: नए सिरे से बनाई जानेवाली बाबरी मस्जिद के विषय में उनके द्वारा प्रस्तुत भूमिका यहां दे रहे हैं ।